Edited By Tanuja,Updated: 06 Jun, 2024 10:58 AM
इजराइल की सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने गाजा पट्टी में एक स्कूल के अंदर "हमास के एक अड्डे" को निशाना बनाया, वहीं हमास से जुड़े मीडिया
यरूशलम: इजराइल की सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने गाजा पट्टी में एक स्कूल के अंदर "हमास के एक अड्डे" को निशाना बनाया, वहीं हमास से जुड़े मीडिया ने बताया कि इस हमले में कम से कम 39 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। नुसेरात क्षेत्र में हमले के बारे में बृहस्पतिवार सुबह विरोधाभासी जानकारी मिली और ‘एसोसिएटेड प्रेस' तुरंत स्वतंत्र रूप से हमले के बारे में पुष्टि नहीं कर सका। हमास के अल-अक्सा टेलीविजन ने कम से कम 39 लोगों के मारे जाने की सूचना दी, लेकिन आंकड़ों का स्रोत नहीं बताया। फिलीस्तीनी समाचार एजेंसी (WAFA) ने बताया कि कम से कम 32 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए।
इजराइली सेना ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने फिलीस्तीनियों को सहायता प्रदान करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी द्वारा संचालित स्कूल पर हमला किया। एजेंसी को ‘UNRW' के नाम से जाना जाता है। इजराइली सेना ने दावा किया कि ‘हमास' और ‘इस्लामिक जिहाद' संगठनों ने अपनी गतिविधियों के लिए स्कूल का इस्तेमाल ढाल के रूप में किया। हालांकि, सेना ने तत्काल इसका कोई सबूत पेश नहीं किया। इजराइली सेना ने दावा किया, "हमले के दौरान निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचने के जोखिम को कम करने के लिए हमला करने से पहले कई कदम उठाए गए थे, जिनमें हवाई निगरानी करना और अतिरिक्त खुफिया जानकारी शामिल हैं।"
नुसेरात शरणार्थी शिविर गाजा पट्टी के मध्य में है। यह मध्य गाजा में बना एक फलस्तीनी शरणार्थी शिविर है जो 1948 के अरब-इजराइल युद्ध के समय से है। युद्ध की शुरुआत सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले से हुई जिसमें कम से कम 1,200 लोग मारे गए और 250 अन्य लोगों को बंधक बनाया गया। गाजा पट्टी में इजराइली सैन्य अभियान में कम से कम 36,000 फलस्तीनी मारे गए हैं, जबकि इजराइली कब्जे वाले ‘वेस्ट बैंक' में अभियानों में सैकड़ो अन्य मारे गए हैं।