Edited By Tanuja,Updated: 26 Jun, 2024 07:03 PM
सऊदी के पवित्र शहर मक्का में गर्मी और हीट वेव के कारण इस बार 1300 से ज्यादा हज यात्रियों की मौत हो गई वहीं हजारों लोग बीमार हो गए हैं...
रियादः सऊदी के पवित्र शहर मक्का में गर्मी और हीट वेव के कारण इस बार 1300 से ज्यादा हज यात्रियों की मौत हो गई वहीं हजारों लोग बीमार हो गए हैं जिनका इलाज चल रहा है। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवारवाले काफी दुखी भी हैं लेकिन एक परिवार ऐसा भी है जो अपने घर के सदस्य की मौतपर खुशी मना रहा है। दरअसल, इन मृतकों में इंडोनेशिया के नगातिजो वोंगसो भी शामिल हैं, जिनकी गर्मी के कारण मक्का में जान चली गई। नगातिजो वोंगसो की मौत की खबर मिलने पर उनकी बेटी का कहना है कि 86 साल के वोंगसो की मौत से परिवार के लोग काफी खुश हैं।
वोंगसो की बेटी हेरू जुमर्टिया कहती हैं कि उनके पिता 17 जून को मक्का में दोपहर की नमाज का इंतजार कर रहे थे, तभी उनकी मौत हो गई। वह बताती हैं कि मेरे पिता हज पर जाने को लेकर बहुत उत्साहित थे। वह तुरंत ही मक्का जाना चाहते थे। ज यात्रा के दौरान भी वह स्वस्थ थे लेकिन 17 जून को मक्का के दक्षिण-पूर्व में मीना में वह अपने टेंट में मृत पाए गए। उन्होंने कहा कि वोंगसो की मौत के पीछे परिवार की खुशी वजह है कि हमें उन्हें मक्का में दफनाया गया। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि जब वह हज यात्रा जाएंगी तो अपने पिता की कब्र पर भी जरूर जाएंगी।
बता दें कि इंडोनेशिया दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है। मक्का में गर्मी के कारण जान गंवाने वाले लोगों में इंडोनेशिया के भी 125 नागरिक शामिल हैं। सऊदी अरब प्रशासन का कहना है कि इस बार 18 लाख लोग हज यात्रा के लिए आए हैं, जिनमें से 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो गई. ज्यादातर लोगों की मौत का कारण भीषण गर्मी को माना जा रहा है। सीएनएन के मुताबिक हज यात्रियों ने बताया कि सऊदी अरब में भीषण गर्मी के प्रभाव से यात्रियों को बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हज यात्रा के दौरान लोग अचानक बेहोश हो रहे थे।उन्होंने कहा कि घर लौटते समय रास्ते में मैंने कई तीर्थयात्रियों को मरते हुए देखा। लगभग हर कुछ सौ मीटर पर एक शव पड़ा था और उसे सफेद कपड़े से ढका हुआ था।