Edited By Tanuja,Updated: 29 Jun, 2024 01:33 PM
यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से गुजर रहे एक पोत पर शुक्रवार को मिसाइल हमले किए। इससे पहले हूती विद्रोहियों द्वारा भारत के
इंटरनेशनल डेस्कः यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से गुजर रहे एक पोत पर शुक्रवार को मिसाइल हमले किए। इससे पहले हूती विद्रोहियों द्वारा भारत के उद्योगपति गौतम अडानी के करारशुदा हाइफा बंदरगाह पर भी ड्रोन हमले करने का दावा किया गया है। ब्रिटेन की सेना के समुद्री व्यापार संचालन केंद्र ने लाल सागर से गुजर रहे एक पोत पर हमले की जानकारी दी। हूती विद्रोही इस अहम समुद्री मार्ग पर पोतों को कई बार निशाना बना चुके हैं। ‘यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन' (UKTMO ) केंद्र ने बताया कि यमन में विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाह शहर होदेदा के तट से गुजर रहे पोत के पास पांच मिसाइल गिरीं। UKTMO ने बताया कि इन हमलों मे पोत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
इससे पहले इजरायल में मौजूद भारतीय कंपनी के बंदरगाह पर यमन के हूती विद्रोहियों ने हमले का दावा किया है। हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने इजरायल के हाइफा बंदरगाह पर ड्रोन के जरिए हमला किया है। हूती विद्रोहियों का कहना है कि उन्होंने इराक के इस्लामिक प्रतिरोध के साथ एक संयुक्त सैन्य अभियान चलाया। इसमें कई ड्रोन ने हाइफा बंदरगाह के करीब एक इजरायली जहाज को निशाना बनाया। इजरायल का हाइफा बंदरगाह भारत के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह वही पोर्ट है, जिसके संचालन के लिए भारत के उद्योगपति गौतम अडानी ने करार किया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हाइफा पोर्ट इजरायल के सबसे प्रमुख बंदरगाहों में से एक है।
इजरायल के छह बंदरगाह हैं, जिनमें से हाइफा सबसे बड़ा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह इजरायल के सबसे प्रमुख बंदरगाहों में से एक है, जहां से लगभग 99 फीसदी सामान समुद्र के रास्ते आता-जाता है। पिछले साल जनवरी में 4 अरब शेकेल (1.03 अरब डॉलर) में इसे खरीदा गया था। ईरान के समर्थन वाले हूती लड़ाकों के प्रवक्ता याह्या सारी ने बुधवार को टीवी पर एक बयान में हमले के बारे में बताया। उसने कहा कि पुर्तगाली झंडे वाले कंटेनर जहाज MSC मंजानिलो को निशाना बनाया गया। इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हाइफा पोर्ट पर किसी असामान्य चीज का कोई संकेत नहीं मिला है । बता दें कि गाजा पर हमले के विरोध में हूती विद्रोहियों ने पिछले साल नवंबर से ही हमला शुरू कर दिया है।
हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने शुक्रवार रात दावा किया था कि हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में पोतों पर दो हमले किए हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि UKTMO ने किस पोत पर हुए हमले की जानकारी दी है। विद्रोहियों ने मिसाइल और ड्रोन हमलों के जरिए अब तक 60 से अधिक पोत को निशाना बनाया है और इन हमलों में चार नाविक मारे गए हैं। हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में जनवरी से कई हवाई हमले किए गए हैं। विद्रोहियों के अनुसार, 30 मई को हुए हमले में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई थी और 42 अन्य घायल हुए थे। हूती विद्रोहियों का हालांकि कहना है कि वह इजराइल, अमेरिका या ब्रिटेन के पोतों को ही निशाना बनाता है, लेकिन ऐसे कई पोतों पर हमला किया गया है जिनका इजराइल-हमास युद्ध से कोई लेना-देना नहीं था। विद्रोही इजराइल से गाजा में युद्ध की समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।