Edited By Harman Kaur,Updated: 08 Jul, 2024 06:15 PM
केरल के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री P A मोहम्मद रियास ने सोमवार को लोक सेवा आयोग (PSC) की सदस्यता से जुड़े रिश्वत विवाद मामले के संबंध में अपने खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने आरोपों को "निराधार" बताते हुए आरोप लगाने वालों...
नेशनल डेस्क: केरल के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री P A मोहम्मद रियास ने सोमवार को लोक सेवा आयोग (PSC) की सदस्यता से जुड़े रिश्वत विवाद मामले के संबंध में अपने खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने आरोपों को "निराधार" बताते हुए आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
पत्रकारों ने जब इस मुद्दे पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो मंत्री ने आरोप लगाया कि यह उन्हें "व्यक्तिगत" रूप से बदनाम करने का प्रयास है और उन्हें इस बारे में केवल मीडिया में आई खबरों के माध्यम से जानकारी मिली है। उनकी प्रतिक्रिया उन आरोपों के मद्देनजर आई है, जिनमें कहा गया है कि उत्तरी कोझिकोड जिले में एक माकपा नेता ने कथित तौर पर पीएससी का सदस्य बनाने का वादा करके एक व्यक्ति से लाखों रुपए एकत्र किए और इससे रियास का नाम जुड़ा है। रियास मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के दामाद हैं।
'जो मेरा नाम ऐसे मामलों में घसीटते हैं....'
रियास ने कहा कि इन दिनों निहित स्वार्थों के कारण नकारात्मक मुद्दों में उनका नाम लगातार घसीटा जा रहा है और सभी लोग इस तरह के कदमों की असली मंशा को जानते हैं। उन्होंने कहा, "मैंने उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है जो मेरा नाम ऐसे मामलों में घसीटते हैं।" इस बीच माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने रियास को सही ठहराया और दोहराया कि आरोप निराधार हैं। वहीं कोझिकोड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस जिला नेतृत्व ने आरोपों की जांच की मांग की है।