Edited By Tanuja,Updated: 22 Jun, 2024 02:25 PM
मक्का में हज यात्रा दौरान मारे गए भारतीयों में दो लोग मध्यप्रदेश के हैं। सऊदी सरकार ने कहा है कि तेज गर्मी से भोपाल के बुजुर्ग सैय्यद मुमताज हसन (72)...
रियादः मक्का में हज यात्रा दौरान मारे गए भारतीयों में दो लोग मध्यप्रदेश के हैं। सऊदी सरकार ने कहा है कि तेज गर्मी से भोपाल के बुजुर्ग सैय्यद मुमताज हसन (72) और छतरपुर की राबिया बेगम की मौत हो चुकी है।इस बीच, जबलपुर का एक परिवार भी हज पर गए अपने सदस्य को लेकर परेशान है। दरअसल, सऊदी सरकार ने उसे मृत बताया है, जबकि परिवार वाले मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि पिता की मौत हुई है, तो उनका शव कहां है। वे उन्हें मिसिंग मान रहे हैं। | हज पर लाखों लोग सऊदी अरब गए हुए है। परेशानी और आसमान से बरस रही आग ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
जानकारी के अनुसार जबलपुर से इसरार अहमद अंसारी के साथ करीब 220 हाजी मक्का गए हैं। अजीम अहमद ने बताया, ‘15 जून की रात 2 बजे वालिद ने कहा था कि यहां सब ठीक है। गर्मी बहुत ज्यादा है। रात को आराम करने के बाद सुबह मीना जाएंगे। करीब 20 मिनट तक बात हुई। इसके बाद दो दिन तक बात नहीं हुई, तो हम परेशान हो गए। 17 जून को पिता के नंबर पर कॉल किया। कॉल किसी और ने रिसीव किया। न्होंने बताया कि इसरार अहमद जी की तबीयत खराब हो गई है। उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, तब उनकी जेब से मोबाइल गिर गया था। उस शख्स ने अपना नाम तस्लीम जमील कर्नाटक का रहने वाला बताया। मध्यप्रदेश से 7 हजार लोगों को मक्का ले जाने वाले इंचार्ज फाजिल कैफ से बात की तो उन्होंने बताया कि सऊदी अरब सरकार की तरफ से मृतकों की जो लिस्ट जारी की गई है, उसमें इसरार अहमद का भी नाम है।
अजीम अहमद के अनुसार ‘वालिद को जबलपुर से मक्का ले जाने वाले एजेंट से बात की, तो उन्होंने बताया कि उन्हें तलाश किया गया, पर जब वह नहीं मिले तो सऊदी अरब सरकार को मिसिंग की जानकारी दी गई। अब यह बताया जा रहा है कि उनकी मौत हो गई है। न तो वीडियो कॉल पर अब्बा की डेड बॉडी दिखाई जा रही है और न फोटो दिखाई जा रही है। इंचार्ज फाजिल कैफ भी जानकारी जुटाने में नाकाम हैं। उनका कहना है कि जिस जगह पर बॉडी रखी है, वहां सैकड़ों शव हैं। वहां किसी को नहीं जाने दिया जा रहा। कई तरह की अफवाह चल रही है, पर जब तक खुद पिता की बॉडी को नहीं देख लेते, तब तक विश्वास नहीं होगा कि मौत हो गई है।