Edited By Radhika,Updated: 11 Jul, 2024 06:05 PM
पुणे पुलिस गुरुवार को प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के घर उस ऑडी कार की जांच के लिए पहुंची। कहा जा रहा है कि इस कार का इस्तेमाल वह सेवा नियमों के कथित उल्लंघन में कर रही थीं।
नेशनल डेस्क: पुणे पुलिस गुरुवार को प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के घर उस ऑडी कार की जांच के लिए पहुंची। कहा जा रहा है कि इस कार का इस्तेमाल वह सेवा नियमों के कथित उल्लंघन में कर रही थीं। पुणे कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा, "पुणे पुलिस उस ऑडी कार का सत्यापन/जांच करेगी जिसे प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर इस्तेमाल कर रही थीं।" UPSC परीक्षा में AIR 821 हासिल करने वाली आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को पुणे से महाराष्ट्र के वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पुणे में असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर तैनात थीं। उन पर उन सुविधाओं का लाभ उठाने का आरोप है जिनकी अनुमति परिवीक्षाधीन अधिकारियों को नहीं थी। बता दें कि उन्होंने कथित तौर पर अपनी पर्सनल ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का बोर्ड लगाया था।
उन्होंने बिना अनुमति के अपर कलेक्टर अजय मोरे के चैंबर पर भी कब्जा कर लिया। कथित तौर पर उसने अधिकारी की सहमति के बिना कार्यालय का फर्नीचर हटा दिया। कलेक्टर सुहास दिवासे द्वारा महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को पत्र लिखने के बाद पूजा खेडकर का तबादला कर दिया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, खेडकर के पिता - एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी, जिन्होंने हाल ही में अहमदनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था - ने कथित तौर पर अपनी बेटी की मांगों को पूरा करने के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय पर दबाव डाला था। आरटीआई कार्यकर्ता विजय कुंभार ने दावा किया कि पूजा खेडकर की नियुक्ति संदिग्ध थी। उन्होंने कहा कि वह ओबीसी गैर-क्रीमी लेयर श्रेणी में नहीं आती क्योंकि उनके पिता के पास 40 करोड़ रुपये की संपत्ति थी।