अमित शाह का दावा, पीओके भारत का है, रहेगा और उसे लेकर रहेंगे

Edited By Parveen Kumar,Updated: 16 May, 2024 11:17 PM

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को विपक्षी ‘‘इंडिया'' गठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का है, रहेगा और उसे लेकर रहेंगे।

नेशनल डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को विपक्षी ‘‘इंडिया'' गठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का है, रहेगा और उसे लेकर रहेंगे। बिहार के सीतामढ़ी और मधुबनी में राजग उम्मीदवारों के पक्ष में अलग-अलग रैलियों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘ये कांग्रेस वाले, ये फारूक अब्दुल्ला हमें डराते हैं कि पीओके मत मांगिए, उनके पास (पाकिस्तान के पास) एटम बम है। अरे राहुल बाबा, आपको डरना है तो डरिए पाकिस्तान से, एटम बम से, यह 140 करोड़ (लोगों) का महान भारत है, वह किसी से नहीं डरता। मैं आज सीता माता की धरती पर कहकर जाता हूं, पीओके भारत का है, रहेगा और वह हम लेकर रहेंगे ।''

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस पार्टी और लालू एंड कंपनी ने 70 साल तक अनुच्छेद 370 को एक बच्चे की तरह गोदी में खिलाती रही। आपने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, उन्होंने पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया । लालू बाबा और राहुल जी कहते थे, 370 मत हटाओ, वहां खून की नदियां बह जाएंगी । पांच साल हो गए, खून की नदियां छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है।'' शाह ने कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन वालों का कुछ होना नहीं है। पर मान लीजिए, वे स्वप्न में भी जीत जाते हैं। वैसे जीतेंगे तो नहीं, मोदी जी ही 400 पार कराने वाले हैं । मगर जीत गए तो उनका प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार कौन होगा।

ममता बनर्जी बन सकती हैं क्या, लालू जी बन सकते हैं क्या, स्टालिन बन सकते हैं क्या, शरद पवार जी बन सकते हैं क्या, जब इंडिया गठबंधन वालों से पूछा गया कि आपका प्रधानमंत्री (पद) का प्रत्याशी कौन है तो उन्होंने कहा, बारी-बारी एक-एक साल बनेंगे। अरे यह परचून की दुकान है क्या कि भागीदारी पीढ़ी दर पीढ़ी चलेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘देश को एक मजबूत प्रधानमंत्री चाहिए जो उसे सभी खतरों से बाहर निकाल ले। कोरोना जैसी महामारी आ जाए तो देश का नेतृत्व करे। देश को अगर हर संकट से कोई बचा सकता है तो वह मोदी जी बचा सकते हैं ।'' शाह ने आरोप लगाया, ‘‘कोरोना महामारी के वक्त तेजस्वी और राहुल बाबा कह रहे थे कि ये मोदी टीका है, मत लीजिए। ये तो अच्छा है कि बिहार वाले राहुल बाबा की सुनते नहीं हैं, सबने टीका लगा लिया।''

उन्होंने राजद पर कांग्रेस की गोद में बैठ जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने मंडल आयोग की सिफारिशों का विरोध किया और 1955 के काकासाहेब कालेलकर आयोग की रिपोर्ट में देरी की। यह आयोग सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों की स्थितियों की जांच के लिए गठित किया गया था। शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने 60 साल तक देश पर शासन किया लेकिन 60 करोड़ ओबीसी के कल्याण के बारे में नहीं सोचा। कांग्रेस और राजद ने कभी भी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के बारे में नहीं सोचा... यह केवल मोदी जी ने किया।'' उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने अभी-अभी कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न का सम्मान दिया।

कर्पूरी ठाकुर जी ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के दलितों, वंचितों, आदिवासियों, पिछड़ों, माताओं और किसानों की आवाज बुलंद करने का काम किया। नरेन्द्र मोदी जी देश के सबसे पहले अति पिछड़े प्रधानमंत्री हैं।'' शाह ने कहा, ‘‘50-60 के दशक में एक चर्चा चलती थी कि लोहिया जी की ‘‘थ्योरी'' देश में चलेगी या नहीं। मैं आज लोहिया जी को प्रणाम करके कहना चाहता हूं कि अति पिछड़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को सबसे ज्यादा आगे बढ़ाने का काम किया है।'' ‘‘इंडिया'' गठबंधन के नेताओं पर ‘‘12 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार'' में शामिल होने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि राजग सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का काम नरेन्द्र मोदी ने किया।

शाह ने कहा, ‘‘मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बना दीजिए, गौ हत्या करने वालों को उल्टा लटकाकर सीधा करने का काम करेंगे। ये सीता माता की धरती है, न गाय की हत्या होने देंगे, न तस्करी होने देंगे। ये मोदी जी का वादा है।'' ‘‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया'' (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले पर शाह ने कहा, ‘‘यह राजग के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का सही फैसला था। पीएफआई इस देश को इस्लामिक राज्य बनाना चाहता था।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी और राजद कई साल तक राम मंदिर के प्रश्न को लटकाते, अटकाते, भटकाते रहे। बिहार वालो, आपने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, पांच साल में ही उन्होंने केस भी जीता, भूमिपूजन भी किया और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर जय श्रीराम कर दिया। वहां मोदी जी ने जय सियाराम का नारा दिया। पहले संघर्ष का नारा जय श्री राम था, मोदी जी ने आगे मां सीता को जोड़कर भक्ति और समर्पण का नारा दिया- जय सियाराम ।”

भाजपा के पूर्व प्रमुख ने कहा, “जब राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई, तब लालू जी, उनके बेटे, खरगे जी, राहुल बाबा, सबको निमंत्रण दिया गया। कोई नहीं गया। क्यों नहीं गए, मालूम है, वे अपने वोट बैंक से डरते हैं, हम भाजपा वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं ।'' शाह ने सीतामढी जिले के ‘‘पुनौरा धाम मंदिर'' जिसे माता सीता का जन्मस्थान माना जाता है, का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मोदी जी ने अयोध्या में रामलला का मंदिर बनाया। एक काम पूरा हुआ । अब मां सीता की जन्म भूमि पर महान स्मारक बनाने का काम बाकी है । रामलला के मंदिर से अपने आपको दूर रखने वाले वह नहीं बना सकते।

सीता माता का भाव, उनके त्याग, समर्पण, तपस्या और आदर्श के अनुरूप स्मारक/मंदिर अगर कोई बना सकता है तो नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी ही बना सकती है।” उन्होंने कहा, “मैं आप लोगों को विश्वास दिलाकर जाता हूं, न केवल भारत, न केवल बिहार, न केवल पूर्वांचल, मिथिलांचल, पूरी दुनिया का आकर्षण का केंद्र हमारा सीतामढ़ी बने, ऐसा भव्य मंदिर बनाने का काम हम करेंगे ।'' उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने सहकारी विभाग शुरू किया है, रीगा का चीनी मिल शुरू करने की जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी की है। अब इसमें इथेनॉल, चीनी, गुड़ बनेगा और इसका मुनाफा सीधे रीगा के किसानों के खाते में जाएगा।'' शाह ने कहा, ‘‘देश में 10 साल तक सोनिया-मनमोहन की सरकार चली जिसमें लालू यादव भी मंत्री थे। उन्होंने बिहार को मात्र दो लाख 80 हजार करोड़ रुपये दिए, जबकि मोदी जी ने अपने 10 साल के कार्यकाल में बिहार को 11 लाख 33 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।‘‘

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