Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Jun, 2023 03:00 PM

भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल सभी पहलवानों के काम पर वापस लौटने के बाद खबरें थी कि उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया है लेकिन यह सच नहीं है।
नेशनल डेस्क: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल सभी पहलवानों के काम पर वापस लौटने के बाद खबरें थी कि उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया है लेकिन यह सच नहीं है। 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने ट्वीट किया कि ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई गलत खबर ना चलाई जाए।
बता दें कि साक्षी मलिक के साथ-साथ विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के भी नौकरी पर वापस लौटने की खबर है। साक्षी, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया अपनी रेलवे की नौकरी पर वापस लौटे हैं। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले पहलवानों ने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और न्याय के लिए जंग जारी है, हम सिर्फ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। बता दें कि विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के नेतृत्व में तमाम पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मर्चा खोल रखा है। ये पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे, हालांकि पिछले दिनों इनका धरना वहां से हटवाया गया है।
पहलवानों ने बृजभूषण शरण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। सात महिला पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इन शिकायतों के आधार पर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज किए हैं। पहली प्राथमिकी नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर है, इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, दूसरी एफआईआर अन्य पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित है। इन मामलों में पुलिस की जांच जारी है।