Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Mar, 2018 01:27 PM
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (आईजीआई) पर आने वाले यात्रियों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) ने अहम फैसला लिया है। इमिग्रेशन काउंटरों पर लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए बीसीएएस अब...
नई दिल्ली (अनिल सलवान): इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (आईजीआई) पर आने वाले यात्रियों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) ने अहम फैसला लिया है। इमिग्रेशन काउंटरों पर लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए बीसीएएस अब अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के प्रवेश गेट पर ई-स्कैनर गेट्स लगाएगी। इससे विदेश जाने वाले यात्रियों को इमिग्रेशन क्लियरेंस के लिए घंटों कतार में खड़े रहने से जल्द ही राहत मिलेगी।
कुछ ही सेकेंड में स्कैन होगा पासपोर्ट और वीजा
गेट्स पर लगे स्कैनर आने वाले यात्रियों के पासपोर्ट और वीजा को कुछ ही संकेंड में स्कैन कर सही पाए जाने पर क्लियरेंस दे देगा। क्लियरेंस के बाद उसमें लगे दरवाजे खुलेंगे। बता दें कि आईजीआई एयरपोर्ट दुनिया के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में से एक है। यहां यात्रियों की तेजी से बढ़ रही संख्या, जोकि अब 6 करोड़ यात्री प्रति वर्ष हो चुका है, जिसमें करीब एक करोड़ 60 लाख यात्री प्रतिवर्ष और औसतन 43 हजार 850 यात्री प्रतिदिन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट टर्मिनल 3 पर आते हैं।
3 से 5 सेकेंड में पूरी होगी प्रक्रिया
एयरपोर्ट पर वर्तमान में करीब सवा सौ काउंटर बने हुए हैं, इसके बावजूद आने वाले यात्रियों को क्लियरेंस लेने में कई बार घंटों का समय लग जाता है, जो यात्रियों के लिए यात्रा आरंभ होने से पहले ही एक थकानदेह प्रक्रिया बन जाती है। पहले चरण में ट्रायल के रूप में एयरपोर्ट के दो प्रवेश द्वार पर इस गेट को इंस्टॉल करेगी। यह ट्रायल सफल होने पर इसकी संख्या बढ़ाकर 40 कर दी जाएगी। ई-गेट्स में लगे स्कैनर एयरपोर्ट के सेंट्रलाइज इमिग्रेशन कम्प्यूटर सिस्टम से जुड़े होंगे। गेट में लगा कम्प्यूटर सिस्टम इस प्रक्रिया को पूरा करने में 3 से 5 सेकेंड का समय लेगा।