Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 12:37 AM
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में आए आतंकवाद निरोधक अदालत के फैसले को लेकर उनके बच्चोँ ने निराश ...
इस्लामाबाद : पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले में आए आतंकवाद निरोधक अदालत के फैसले को लेकर उनके बच्चोँ ने निराश जताई और कहा कि तब तक इंसाफ नहीं होगा जब तक परवेज मुशरर्फ के ‘अपराधों’ की जिम्मेदारी तय नहीं हो जाती।
पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह मुशर्रफ को आतंकवाद निरोधक अदालत ने बेनजीर भुट्टो हत्याकांड मामले में भगोड़ा घोषित किया तथा दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को 17 साल जेल की सजा सुनाई। अदालत ने पाकिस्तान तालिबान से संबंधित पांच संदिग्धों को बरी कर दिया। पाकिस्तान में दो बार प्रधानमंत्री रहीं बेनजीर भुट्टो की 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी के लियाकत बाग में एक चुनावी रैली के दौरान हत्या कर दी गई थी।
हत्या के तत्काल बाद मामला दर्ज किया गया था जिसकी सुनवाई कल रावलपिंडी में खत्म हुई। सुनवाई के दौरान कई उतार-चढ़ाव आए। हत्या के समय बेनजीर की उम्र 54 साल थी। बेनजीर के बेटे और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि यह फैसला ‘निराशाजनक और अस्वीकार्य’ है। बेनजीर की बेटी आसिफा भुट्टो जरदारी ने कहा कि उनको अब भी इंसाफ का इंतजार है। उनकी एक और बेटी बख्तावर ने भी फैसले पर निराशा जताई और कहा कि ‘पुलिसर्किमयों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन आतंकवदियों को छोड़ दिया गया। शर्मनाक।’