Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 11:04 AM
किसी गांव या शहर में एक या दो जोड़े...
कोडिन्ही : किसी गांव या शहर में एक या दो जोड़े जुड़वा बच्चें हो तो, ये कोई हैरानी वाली बात नहीं लेकिन किसी गांव में अगर पैदा होने वाले सभी बच्चे ही जुड़वा हो तो शायद ये बात हैरान कर सकती है। केरल का कोडिन्ही गांव दुनियाभर में जुड़वां बच्चों के गांव के रूप में पहचाना जाता है। इस गांव की आबादी 2 हजार से ज्यादा है और यहां पैदा हुए जुड़वां लोगों में बुजुर्गों से लेकर बच्चे तक शामिल हैं। अब इस एरिया में त्रिक यानी 3 बच्चे भी पैदा होने लगे हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां जुड़वां बच्चे पैदा होने की शुरूआत करीब 75 साल पहले हुई। शुरू में यहां इक्का-दुक्का बच्चे ही पैदा होते थे लेकिन बाद में इनकी संख्या बढऩे लगी।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि जुड़वां बच्चे पैदा होने की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 500 से ज्यादा जुड़वां लोगों के इस गांव में आधे से अधिक बच्चे पिछले 12 साल में पैदा हुए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में भी एक ऐसा गांव है जहां ज्यादातर बच्चे जुड़वां पैदा होते हैं। इस गांव का नाम मोहम्दपुर उमरा है। उमरा में लगभग 300 घर हैं। पिछले 58 साल में यहां करीब 120 जुड़वां बच्चों ने जन्म लिया है।