Edited By ,Updated: 24 Aug, 2015 05:30 PM
झारखंड के रांची में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे ये साबित होता है कि महिलाओं ने अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना शुरू कर दिया है।
रांची: झारखंड के रांची में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे ये साबित होता है कि महिलाओं ने अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना शुरू कर दिया है। आपने पुरुषों को तो ऑटो चलाते हुए देखा होगा, लेकिन यहां महिलाएं भी पिंक ऑटो चलाकर अपने घर का खर्च खुद उठा रही हैं। ये महिलाएं ना सिर्फ ऑटो चला रही हैं बल्कि अपने परिवार का ध्यान भी बखूबी रख रही हैं।
इसका एक नायाब उदाहरण है रांची की ही रहने वाली रेणु विश्वकर्मा। रेणु ने बच्चा होने के 20 दिन बाद से ही फिर ऑटो चलाना शुरु कर दिया था। गोद में एक माह की बच्ची आकांक्षा को लेकर रेणू रोज ऑटो चलाती है। हालांकि, उसके लिए यह काम आयान नहीं होता, लेकिन कहते है ना हिम्मते मदद, तो मदद ए खुदा। रेणु कभी-कभी एक सवारी की जगह पर अपनी मां को बिठा लेती हैं ताकि वह पीछे बैठकर बच्ची का पूरा ख्याल रख सके।
रेणू जब से गर्भवती थी तब से ही ऑटो चला रही हैं। पिंक ऑटो सर्विस की सचिव रेणू की तरह ही हीरादेवी भी ऑटो चलाती हैं। हीरादेवी का कहना है कि कमाई का आधा हिस्सा लोन में जा रहा हैं, लेकिन, वह इससे संतुष्ट है। अब उसे पति के सामने पैसे के लिए हाथ नहीं फैलाने पड़ते।