Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 01:09 PM
खेल सचिव इंजेती श्रीनिवास ने आज स्पष्ट किया कि टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) में व्यक्तिगत एथलीटों को शामिल...
नई दिल्ली: खेल सचिव इंजेती श्रीनिवास ने आज स्पष्ट किया कि टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) में व्यक्तिगत एथलीटों को शामिल करने का एकमात्र मानदंड उनकी योग्यता है और भाला फेंक एथलीट देविंदर सिंह कांग को सूची से बाहर करने के पीछे मजबूत कारण थे।
देविंदर पिछले महीने लंदन में विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय भाला फेंक एथलीट बने थे, उन्होंने टॉप्स सूची से बाहर किये जाने पर काफी निराशा व्यक्त की थी और यहां तक कि वह इटली जाने पर विचार कर रहे थे। लेकिन भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक इंजेती ने देविंदर की हताशा पर ध्यान देने से इनकार कर दिया। उन्होंने यहां ‘नेशनल वर्कशाप आन स्पोटर्स फॉर आल’ के मौके पर पीटीआई से कहा, ‘‘टॉप्स में किसी एथलीट को शामिल करने का फैसला पूरी तरह से योग्यता के आधार पर होता है। ’’
इंजेती ने और कुछ खुलासा किये बिना कहा कि विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बावजूद उनके बाहर किए जाने के पीछे मजूत कारण होंगे। उन्होंने हालांकि कहा कि खेल मंत्रालय उनके नाम पर दोबारा विचार कर सकता है। इंजेती ने कहा कि यह भारतीय एथलेटिक्स महासंघ और मंत्रालय का संयुक्त फैसला था। लेकिन हम भविष्य में उन्हें शामिल कर सकते हैं।
देविंदर ने एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था, वह टॉप्स की सूची में अपने नाम को शामिल करने पर जोर देने के लिए अक्तूबर के पहले हफ्ते में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मिलेंगे। हालांकि जब इसके बारे में पूछा गया तो मंत्री ने कहा कि उन्हें अभी तक इस मुलाकात की जानकारी नहीं है। इस बीच खेल सचिव ने कहा कि पूरा देश पहले फीफा टूर्नामेंट अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी के लिए तैयार है जो छह अक्तूबर से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सारे स्थल स्थानीय आयोजन समिति (एलओसी) को सौंपे जा चुके हैं और एलओसी सुविधाओं से खुश है।