Edited By ,Updated: 01 Jun, 2023 04:34 AM
आज जहां भारत गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई आदि समस्याओं से जूझ रहा है, वहीं एक बड़ी समस्या जनसंख्या विस्फोट की भी है। देश में गरीबी उन्मूलन के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बढ़ती हुई जनसंख्या निगलती जा रही है। इसी समस्या...
आज जहां भारत गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई आदि समस्याओं से जूझ रहा है, वहीं एक बड़ी समस्या जनसंख्या विस्फोट की भी है। देश में गरीबी उन्मूलन के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बढ़ती हुई जनसंख्या निगलती जा रही है। इसी समस्या को सामने रखते हुए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त ‘कंडोम’ और गर्भ निरोधक गोलियों के वितरण व नलबंदी और नसबंदी शिविर लगाने शुरू किए गए हैं, परंतु इनका संतोषजनक परिणाम नहीं निकल रहा।
बहरहाल अब कुछ एन.जी.ओज तथा राज्य सरकारें इस दिशा में कुछ काम कर रही हैं। इसी सिलसिले में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर जरूरतमंद जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किए जाते हैं। इसी के अंतर्गत 22 मई को राज्य के झाबुआ जिले में प्रदेश सरकार की ओर से ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना’ के तहत आयोजित 292 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह में झाबुआ प्रशासन द्वारा नवविवाहित जोड़ों में परिवार नियोजन बारे जागरूकता पैदा करने के लिए उन्हें दिए जाने वाले उपहार के डिब्बों में कंडोम और अन्य गर्भ निरोधक सामग्री भी शामिल की गई।
हालांकि विरोधी दलों ने राज्य सरकार की इस पहल को नवविवाहित जोड़ों के लिए परेशानकुन कह कर इसकी आलोचना की है, परंतु हमारे विचार में नवविवाहितों को इससे बेहतर उपहार नहीं दिया जा सकता क्योंकि जनसंख्या वृद्धि के 2 बड़े कारण निरक्षरता और गरीबी हैं, जिनके विरुद्ध जागरूकता पैदा करने की राह में यह एक सही प्रयास है। इससे जनसंख्या नियंत्रण में कुछ सहायता प्राप्त होने से बच्चे कम पैदा होने के कारण उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सकेगी और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।—विजय कुमार