पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची कच्चे तेल की कीमतें

Edited By Pardeep,Updated: 03 Apr, 2024 01:37 AM

crude oil prices reached the highest level in five months

तेल की कीमतें मंगलवार को अक्टूबर के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं क्योंकि निवेशकों ने मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष और एक प्रमुख रूसी तेल रिफाइनरी पर यूक्रेनी ड्रोन हमले के बीच ताजा आपूर्ति खतरों पर बारीकी से नजर रखी।

बिजनेस डेस्कः तेल की कीमतें मंगलवार को अक्टूबर के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं क्योंकि निवेशकों ने मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष और एक प्रमुख रूसी तेल रिफाइनरी पर यूक्रेनी ड्रोन हमले के बीच ताजा आपूर्ति खतरों पर बारीकी से नजर रखी। मई डिलीवरी के लिए यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट अनुबंध $1.44, या 1.72% बढ़कर $85.15 प्रति बैरल पर बंद हुआ। जून डिलीवरी के लिए ब्रेंट अनुबंध 1.53 डॉलर या 1.75% बढ़कर 88.94 डॉलर प्रति बैरल हो गया। वर्ष की शुरुआत से ब्रेंट वायदा $75 और $85 प्रति बैरल के बीच एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, लेकिन बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिम और मजबूत आर्थिक आंकड़ों के कारण कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। 

तेल ब्रोकर पीवीएम के विश्लेषक तमस वर्गा ने मंगलवार को प्रकाशित एक शोध नोट में कहा, "नए सप्ताह, नए महीने और नई तिमाही का स्वागत अप्रत्यक्ष ईरानी भागीदारी के साथ मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के साथ किया गया।" ओपेक सदस्य ईरान ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर सोमवार को हुए घातक हवाई हमले के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है जिसमें कथित तौर पर उसके सात अधिकारी मारे गए थे। 

गौरतलब है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी तेजी देखी जा रही है और जल्द ही ये 90 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकता है। ऐसे में अपने ईंधन खपत को पूरा करने के लिए 80 फीसदी आयात पर निर्भर भारत के लिए आने वाले दिनों में कच्चा तेल भारत की मुश्किलों को बढ़ा सकता है। वैश्विकों जोखिमों और सप्लाई में रुकावटों के चलते कच्चे तेल के दामों में ये तेजी आई है। 

3 अप्रैल 2024 यानि बुधवार को तेल उत्पादन करने वाले देशों ओपेक की बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि ये बैठक आने वाले दिनों में कच्चे तेल के दामों का दिशा दशा तय कर सकती है। जेपी मॉर्गन ने रूस के कच्चे तेल के उत्पादन घटाने के फैसले के बाद मई महीने तक 90 डॉलर प्रति बैरल कच्चे तेल के दाम जाने की भविष्यवाणी की है। हालांकि ये पहले होता नजर आ रहा है। 

ओपेक देश लगातार कच्चे तेल के उत्पादन को घटा रहे हैं। मार्च 2024 में 26.42 मिलियन बैरल प्रति दिन उत्पादन घटकर रह गया है जो फरवरी के मुकाबले 50,000 बैरल प्रति दिन कम है। अप्रैल में उत्पादन और घटने के आसार हैं जिसके चलते कच्चे तेल के दामों में तेजी देखी जा रही है।

 

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