Edited By ,Updated: 03 Feb, 2016 10:53 PM
सरकार चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि के दौरान सरकारी बैंकों में 4,912 करोड़ रुपए डालेगी ताकि उनकी बैलेंसशीट दुरुस्त हो।
नई दिल्ली : सरकार चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि के दौरान सरकारी बैंकों में 4,912 करोड़ रुपए डालेगी ताकि उनकी बैलेंसशीट दुरुस्त हो।
वित्तीय सेवा सचिव अजूली छिब दुग्गल ने कहा, ‘‘जैसा कि पहले कहा गया था चौथी तिमाही में बैंकों धन डाला जाएगा। बैंकों को करीब 4,912 करोड़ रुपए मिलेंगे।’’ आगामी बजट सत्र में तीसरी अनुपूरक अनुदान मांग की संसद में मंजूरी मिलने के बाद धन डाला जाएगा। गत वर्ष सरकार ने 4 वर्ष में सरकारी बैंकों में 70,000 करोड़ रुपए डालने के लिए इंद्रधनुष योजना में बदलाव की घोषणा की थी। साथ ही बैंकों को बेसल-3 के वैश्विक जोखिम मानदंड के मुताबिक अपनी पूंजी अनिवार्यताओं को पूरा करने के लिए बाजार से 1.1 लाख करोड़ रुपए जुटाने होंगे।
बैंकों में धन डालने की रूपरेखा के मुताबिक सरकारी बैंकों को चालू वित्त वर्ष में 25,000 करोड़ रुपए डालने होंगे। इसमें से 20,088 करोड़ सरकार पहले ही 13 सरकारी बैंकों में डाल चुकी है। इसके अलावा 2017-18 और 2018-19 में 10,000-10,000 करोड़ रुपए डाले जाएंगे।