Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 08:53 AM
चंडीगढ़ नार्कोटिक्ट्स विभाग की टीम ने कुराली के टोल पर इनोवा कार से 9.720 किलोग्राम चरस बरामद की है।
चंडीगढ़(संदीप) : चंडीगढ़ नार्कोटिक्ट्स विभाग की टीम ने कुराली के टोल पर इनोवा कार से 9.720 किलोग्राम चरस बरामद की है। जानकारी के मुताबिक पकड़ी गई चरस की कीमत करीब 15 लाख रुपए है। कार चालक और उसके साथी ने यह चरस कार के ए.सी. कम्पाऊंड में छिपा रखी थी। टीम ने इनोवा चालक हिमाचल के भुंतर के रहने वाले तुले राम और भूपिंदर सिंह को गिरफ्तार कर कार कब्जे में ले ली है। आरोपी चरस को हिमाचल से दिल्ली ले जा रहे थे।
ए.सी. कम्पाऊंड से मिली 20 थैलियां :
नार्कोटिक्स टीम को इस बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जिस पर टीम ने कार को कुराली टोल पर रोक कर आरोपी की पहचान की। टीम ने जब कार की तलाशी शुरू की तो कार का ए.सी. ऑन करने पर टीम को चरस की सुगंध आने लगी।
टीम ने कार के डैशबोर्ड में लगे ए.सी. कम्पाऊंड को जांचा तो पता चला कि इसमें चतुराई से बदलाव कर चरस छिपाने की जगह बनाई गई थी। टीम को तलाशी के दौरान ए.सी. कम्पाऊंड से चरस की 20 थैलियां मिलीं, जिसमें 9.720 किलोग्राम चरस थी। इस पर टीम ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट का केस दर्ज कर लिया ।
हाई और नार्मल क्वालिटी की चरस ले जा रहे थे :
आरोपियों के पास से हाई और नार्मल क्वालिटी की चरस बरामद हुई है। चरस खेप में से करीब 3 किलो हाई क्वालिटी की है, जिसे मलाणा चरस कहा जाता है। इसकी क्वालिटी के हिसाब से ही इसकी बाजार में बिक्री की जाती है। यह नॉर्मल चरस से काफी महंगी बिकती है बाकी की चरस नार्मल क्वालिटी की है।
आरोपी करते हैं सप्लाई करने का काम :
जांच में सामने आया कि आरोपी चरस सप्लाई करने का काम करते हैं। चरस की क्वालिटी और इसे एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने में पेश आने वाले खतरे के मद्देनजर ही सप्लाई के रेट निर्धारित किए जाते हैं। एक किलो चरस को जगह सप्लाई करने के लिए 15 से लेकर 25 हजार रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से रेट तय किया जाता है। वहीं अगर सप्लाई मुम्बई जैसे शहरों में दूर तक करनी होते तो उसके हिसाब से रेट तय किया जाता है।