Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Jun, 2024 12:07 PM
एक बार की बात है संत कबीर दास प्रवचन दे रहे थे। जब प्रवचन समाप्त हुआ तब सभी लोग वहां से जाने लगे मगर एक व्यक्ति वहां पर बैठा ही रहा। कबीर समझ गए कि यह किसी बात को लेकर
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Sant Kabir Das Story: एक बार की बात है संत कबीर दास प्रवचन दे रहे थे। जब प्रवचन समाप्त हुआ तब सभी लोग वहां से जाने लगे मगर एक व्यक्ति वहां पर बैठा ही रहा। कबीर समझ गए कि यह किसी बात को लेकर परेशान है। कबीर ने व्यक्ति से पूछा-क्यों परेशान हो ?
उस पर व्यक्ति ने बताया कि वह अपने गृहस्थ जीवन के ठीक से न चल पाने के कारण बहुत परेशान है। उसका उसकी पत्नी से हर रोज वाद-विवाद होता रहता है। व्यक्ति ने कबीर से इस समस्या का समाधान पूछा।
व्यक्ति की बात सुनने के बाद कबीर ने अपनी पत्नी को एक दीपक जलाकर लाने को कहा। उसकी पत्नी ने जलता हुआ दीपक लाकर कबीर के पास रख दिया। अब शिष्य सोचने लगा कि इस धूप में दीए की क्या जरूरत है। फिर कबीर ने अपनी पत्नी से कुछ मीठा लाने को कहा तो उन्होंने मीठे की जगह नमकीन रख दिया। इस बात पर शिष्य हैरान हो गया। वह सोचने लगा कि मीठे की जगह उनकी पत्नी नमकीन क्यों लेकर आई है।
उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था तो वह वहां से उठकर जाने लगा। तब कबीर दास ने उसे रोका। फिर उसको समझाया कि मेरी पत्नी इतनी धूप में दीपक इसलिए लेकर आई कि उनको लगा मुझे कुछ काम होगा लेकिन मेरे मीठा मांगने पर वह नमकीन लेकर आ गई क्या पता इस समय घर में कुछ मीठा हो ही न।
यह मेरे और मेरी पत्नी के बीच का विश्वास है। उन्होंने कहा कि हर छोटी बात पर विवाद करने की जगह हर बात के पीछे का कारण देखना चाहिए। यही एक सुखी गृहस्थ जीवन का रहस्य है। आपस में हमेशा तालमेल बनाकर रखना चाहिए और एक-दूसरे पर विश्वास रखना चाहिए। उसके बाद वह कबीर दास की सारी बातें समझ गया और उनका धन्यवाद करके वहां से चला गया।