Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Nov, 2024 10:01 AM
Utpanna Ekadashi 2024: सनातन धर्म में सभी एकादशी तिथियों को महत्वपूर्ण माना गया है। यह तिथि भगवान विष्णु की पूजा के लिए बहुत ही खास और शुभ मानी जाती हैं। सभी एकादशी तिथि का अपना एक अलग विशेष महत्व होता है, जो शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के दौरान मनाई...
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Utpanna Ekadashi 2024: सनातन धर्म में सभी एकादशी तिथियों को महत्वपूर्ण माना गया है। यह तिथि भगवान विष्णु की पूजा के लिए बहुत ही खास और शुभ मानी जाती हैं। सभी एकादशी तिथि का अपना एक अलग विशेष महत्व होता है, जो शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के दौरान मनाई जाती हैं। वहीं मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। जोकि मां एकादशी का जन्मदिन होता है। इस साल उत्पन्ना एकादशी का व्रत 26 नवंबर को रखा जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं एकादशी तिथि के दिन क्या करना चाहिए और किन चीजों को करने से बचना चाहिए।
What should be done on the day of Utpanna Ekadashi उत्पन्ना एकादशी के दिन क्या करना चाहिए
उत्पन्ना एकादशी के दिन पूरे विधि-विधान के साथ श्री हरि की पूजा और मंत्रों का जाप करें।
इस दिन भगवान विष्णु के समक्ष घी का दीपक जलाएं और पूजा में तुलसी जरूर अर्पित करें।
उत्पन्ना एकादशी के दिन श्री हरि को प्रसन्न करने के लिए भजन-कीर्तन जरूर करें।
अपनी क्षमतानुसार गरीबों या जरूरतमंदों को दान करें।
दक्षिणावर्ती शंख में गंगा जल भरकर विष्णु जी का अभिषेक जरूर करें।
इस दिन विष्णु जी को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए।
What should be avoided on the day of Utpanna Ekadashi उत्पन्ना एकादशी के दिन किन चीजों को करने से बचना चाहिए
उत्पन्ना एकादशी के दिन किसी को अपशब्द नहीं बोलने चाहिए।
इस दिन गलती से भी तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए।
जिन लोगों ने इस दिन व्रत रखा होता है, उन्हें दोपहर को सोना नहीं चाहिए।
काले रंग और लोहे की चीजों का दान न करें। इसे एकादशी के दिन शुभ नहीं माना जाता है।
प्याज-लहसुन, मसूर की दाल, गाजर, शलगम और मांस-मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए।