Edited By Pardeep,Updated: 29 Feb, 2024 01:40 AM
गूगल का नया जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल विवादों में फंस चुका है और खुद कंपनी सीईओ सुंदर पिचाई ने माना है कि कंपनी से बड़ी गलती हुई है। दरअसल, जेमिनी एआई टूल से कई नस्लभेदी प्रतिक्रिया मिली हैं और कुछ यूजर्स इसकी ओर से दिए जा रहे विवादित...
गैजेट डेस्कः गूगल के जेमिनी AI ने गलत इतिहास बताने वाली तस्वीरें और टेक्स्ट जेनरेट कर यूजर्स को नाराज किया है। यह पूरी तरह से अनएक्सेप्टेबल है। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने अपने कर्मचारियों को भेजे एक इंटरनल मेमो में ये बात कही है।
गूगल ने इस महीने की शुरुआत में जेमिनी AI के जरिए इमेज जेनरेट करने का फीचर लॉन्च किया था। इसमें यूजर्स प्रॉम्प्ट लिखकर इमेज जेनरेट कर सकते हैं। हालांकि कुछ यूजर्स ने इस टूल से जेनरेट इमेज और जवाबों को लेकर सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई थी। कयास लग रहे हैं कि सुंदर पिचाई को इन विवादों के चलते इस्तीफा देना पड़ सकता है। गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने गूगल के नए जेमिनी टूल की असफलता स्वीकार की है और माना है कि इससे हुई गलतियों को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, मुझे पता है कि जेमिनी की प्रतिक्रिया ने कई यूजर्स को ठेस पहुंचाई है और इनमें पूर्वाग्रह दिखता है। यह पूरी तरह अस्वीकार्य है और हमसे गलती हुई है। पिचाई ने कहा, कोई एआई परफेक्ट नहीं होता, खासकर हमारी इंडस्ट्री के डिवेलपमेंट स्टेज में एआई में लगातार सुधार किए जा रहे हैं।
हमें पता है कि इससे जुड़े स्टैंडर्ड्स हाई हैं और हम भी यूजर्स की उम्मीद पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। हम रिव्यू कर रहे हैं और बड़े स्तर पर जेमिनी में सुधार भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि गूगल की टीम लगातार एआई टूल को बेहतर करने पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि गूगल ने ओपन एआई के चैटजीपीटी टूल को टक्कर देने के लिए जल्दबाजी में अपना एआई टूल लॉन्च कर दिया और यह पूरी तरह तैयार नहीं है।