Edited By Tanuja,Updated: 27 Apr, 2024 06:03 PM
चीन ने अपने सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान को अत्याधुनिक पनडुब्बियां उपलब्ध कराने के लिए समझौते के तहत हैंगर श्रेणी की आठ पनडुब्बियों में से पहली...
बीजिंग: चीन ने अपने सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान को अत्याधुनिक पनडुब्बियां उपलब्ध कराने के लिए समझौते के तहत हैंगर श्रेणी की आठ पनडुब्बियों में से पहली का जलावतरण किया है, जिससे दोनों देशों के बढ़ते द्विपक्षीय सैन्य सहयोग में एक नया आयाम जुड़ गया है। ‘जियो न्यूज' की खबर के अनुसार, शुक्रवार को वुचांग शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री ग्रुप (WSIG) के शुआंगलिउ बेस पर आयोजित जलावतरण समारोह में पाकिस्तान नौसेना के प्रमुख एडमिरल नवीद अशरफ ने भाग लिया। पाकिस्तान और चीन के बीच समझौते के तहत पाकिस्तान को आठ अत्याधुनिक उन्नत पनडुब्बियां प्रदान करने पर सहमति बनी थी। कुल आठ पनडुब्बियों में से चार का निर्माण WSIG द्वारा किया जाना है, जबकि शेष चार का निर्माण प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (TOT) समझौते के तहत कराची शिपयार्ड एंड इंजीनियरिंग वर्क्स (KS & EW) में किया जा रहा है।
उन्नत विशेषताओं वाली पनडुब्बियां बहु-खतरे वाले वातावरण में संचालित करने के लिए अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस हैं और इसके माध्यम से सटीकता से लक्ष्य पर हमला किया जा सकता है। इस अवसर पर एडमिरल अशरफ ने मौजूदा भू-रणनीतिक माहौल में समुद्री सुरक्षा के महत्व और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के नौसेना के संकल्प पर जोर दिया। नौसेना प्रमुख ने इस पर भी जोर दिया कि हैंगर श्रेणी एस/एम प्रोजेक्ट ‘‘सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान-चीन की मित्रता में एक नया आयाम जोड़ेगा और यह दोनों देशों के बीच मजबूत सैन्य सहयोग को दर्शाता है।''
पाकिस्तान में इस साल फरवरी में KS & EW द्वारा हैंगर श्रेणी की छठी पनडुब्बी का निर्माण शुरू किया गया था। पाकिस्तान के चीन के साथ प्रगाढ़ सैन्य संबंध हैं और उनके द्विपक्षीय संबंधों में पाकिस्तान द्वारा चीन से विभिन्न हथियारों के आयात का प्रावधान है। पिछले साल, पाकिस्तान नौसेना ने दो नवनिर्मित चीनी टाइप 54 ए/पी फ्रिगेट (जहाज) को शामिल किया था। दोनों देशों ने 2018 में चार बहुउद्देश्यीय युद्धपोतों के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। पहला और दूसरा जहाज पीएनएस तुगरिल और पीएनएस तैमूर 2022 में पाकिस्तानी नौसेना के बेड़े में शामिल हुए।