Edited By Tanuja,Updated: 26 Jun, 2024 02:10 PM
यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ESC) ने उच्च रक्तचाप को मापने के लिए बेसलाइन को बदल दिया है, जिससे यहां हृदय रोग विशेषज्ञों...
इंटरनेशनल डेस्कः यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ESC) ने उच्च रक्तचाप को मापने के लिए बेसलाइन को बदल दिया है, जिससे यहां हृदय रोग विशेषज्ञों के बीच इस बात पर बहस छिड़ गई है कि मानक क्या होना चाहिए। ESC ने बेसलाइन को मौजूदा 130/80 mm/hg से बदलकर 140/90 mm/hg कर दिया है। इसके बाद, कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया ने यह रुख अपनाया है कि 60 वर्ष से कम आयु वालों के लिए यह 130/80 मिमी/एचजी और इससे अधिक आयु वालों के लिए 140/90 मिमी/एचजी होगा। अमेरिका में बेसलाइन 130/80 ही है।
CSI के डॉ. रविशंकर ने बताया, "हमारे पास बहुत से युवा मरीज़ हैं जो उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। वे 30 साल की उम्र से ही आ रहे हैं और उन्हें प्रभावी प्रबंधन की आवश्यकता है। इसलिए अब हमारा मानना है कि कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया ने यह रुख़ अपनाया है कि 60 साल से कम उम्र वालों के लिए यह 130/80 mm/hg और इससे ज़्यादा उम्र वालों के लिए 140/90 mm/hg होगा। अमेरिका में बेसलाइन 130/80 बनी हुई है। तनाव, जीवनशैली में बदलाव, व्यायाम की कमी, नींद की कमी, आनुवंशिक प्रवृत्ति हृदय की समस्याओं के कुछ कारण हैं।