Edited By ,Updated: 03 Mar, 2015 07:49 PM
सरकार ने आज कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने सूचित किया है कि मोबाइल फोनों से होने वाले विकिरण के संपर्क में आने से विपरीत स्वास्थ्य प्रभाव पडऩे की बात विभिन्न अध्ययनों में सामने आई है हालांकि वैज्ञानिक रूप से इसकी पुष्टि के...
नई दिल्ली: सरकार ने आज कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने सूचित किया है कि मोबाइल फोनों से होने वाले विकिरण के संपर्क में आने से विपरीत स्वास्थ्य प्रभाव पडऩे की बात विभिन्न अध्ययनों में सामने आई है हालांकि वैज्ञानिक रूप से इसकी पुष्टि के साक्ष्य नहीं हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को जानकारी दी। बहरहाल उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई निर्णायक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। उन्होंेने कहा कि इस मामले में और जांच किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि आईसीएमआर ने सूचित किया है कि वैज्ञानिक रूप से एेसा कोई पुष्टि वाला साक्ष्य नहीं है कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल से मानसिक एवं शारीरिक रोग होते हैं। उन्होंने कहा कि इस बात के भी अभी तक कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है कि मोबाइल फोन से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण के चलते कैंसर, ट्यूमर या मानसिक असंतुलन जैसे रोग पैदा होते हैं।