Edited By rajesh kumar,Updated: 08 Aug, 2024 12:51 PM
देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ राज्यसभा की बैठक के दौरान नाराज होकर कुर्सी से उठकर चले गए। उनका गुस्सा विपक्षी दलों के नेताओं की नारेबाजी और शोर-शराबे को लेकर था। उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ, वह उचित नहीं है। उनकी नाराजगी...
नेशनल डेस्क: देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ राज्यसभा की बैठक के दौरान नाराज होकर कुर्सी से उठकर चले गए। उनका गुस्सा विपक्षी दलों के नेताओं की नारेबाजी और शोर-शराबे को लेकर था। उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ, वह उचित नहीं है। उनकी नाराजगी का कारण यह था कि विपक्षी नेताओं ने उनकी बजाय सभापति के पद का अपमान किया है। धनखड़ ने कहा कि विपक्ष के नेताओं ने उन पर टिप्पणी की और उनका अपमान किया, जिसके बाद उन्होंने महसूस किया कि वे अब इस कुर्सी पर बैठने के योग्य नहीं हैं। इस बीच, विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
विपक्षी नेता नारेबाजी करने लगे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे विनेश फोगाट के मुद्दे को उठाना चाहते थे, लेकिन जब उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली, तो विपक्षी नेता नारेबाजी करने लगे। धनखड़ ने कहा कि विपक्ष को ऐसा लगता है कि केवल उन्हें ही दुख हो रहा है, जबकि पूरा देश उस लड़की की स्थिति से दुखी है। उनका कहना था कि ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण करना उस लड़की का सबसे बड़ा अपमान है।
मैं इस व्यवहार की निंदा करता हूं- धनखड़
धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन के व्यवहार की भी आलोचना की और कहा, "आप चेयर पर चिल्ला रहे हैं। मैं इस व्यवहार की निंदा करता हूं। क्या कोई इस तरह के आचरण को बर्दाश्त कर सकता है?"
जेपी नड्डा ने विपक्ष को घेरा
विनेश फोगट पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, "पूरा देश विनेश फोगट के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री ने कल उन्हें "चैंपियन ऑफ चैंपियंस" कहा और प्रधानमंत्री की आवाज 140 करोड़ लोगों की आवाज है। दुर्भाग्य से, हम इसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बांट रहे हैं। दुर्भाग्य से, विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है जिस पर वे चर्चा करना चाहते हों और जिसके लिए सत्ता पक्ष तैयार हो....मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार, खेल मंत्रालय और आईओसी ने सभी मंचों पर समाधान की कोशिश की।"