Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Jul, 2024 02:39 PM
झांसी में धोखेबाज पत्नी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। एक युवक जो अपनी पत्नी को पढ़ाने के लिए दर-दर भटकता रहा और जब पत्नी को पढ़ा लिखा कर लेखपाल बना दिया तब पत्नी ने उसका साथ छोड़ दिया। पत्नी के लिए वह पुलिस से लेकर अधिकारियों के चक्कर...
नेशनल डेस्क: झांसी में धोखेबाज पत्नी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। एक युवक जो अपनी पत्नी को पढ़ाने के लिए दर-दर भटकता रहा और जब पत्नी को पढ़ा लिखा कर लेखपाल बना दिया तब पत्नी ने उसका साथ छोड़ दिया। पत्नी के लिए वह पुलिस से लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा चुका है लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। इस बीच बुधवार को पत्नी को लेखपाल के पद के लिए नियुक्ति पत्र मिला वहां भी उसे खोजने के लिए गया लेकिन निराशा हाथ लगी।
पीड़ित शख्स झांसी की शहर कोतवाली अंतर्गत बाहर बाबा का अटा में रहने वाला नीरज विश्वकर्मा है। नीरज तीन भाई हैं, जिनमें वह सबसे छोटा है। नीरज विश्वकर्मा कारपेंटर का काम करता है और करीब 5 साल पहले झांसी के सत्यम कॉलोनी में रहने वाली रिचा सोनी से मुलाकात हुई थी जिसके बाद दोनों ने करीब ढाई साल बाद ओरछा मंदिर में जाकर शादी कर ली और हंसी-खुशी से रहने लगे।
इस दौरान लड़की रिचा ने उसे बताया था कि वह आगे पढना चाहती है, रिचा को पढ़ाने के लिए वह मजदूरी करता था। जब रिचा का सरकारी नौकरी लेखपाल में चयन हो गया तो फिर उसके तेवर बदल गए और उसे छोड़कर चली गई।
नीरज ने बताया, मैं 18 जनवरी से परेशान हूं, मेर धर्मपत्नी रिचा सोनी, जोकि अब लेखपाल बन गई हैं। इसलिए मुझे छोड़कर चली गई हैं। जिस कारण मैं दर-दर भटक रहा हूं। पति ने कहा कि हमने रिचा को पढ़ाने के लिए कारपेंटर का काम किया उसने जो चाहा उसने किया, हम 400 रुपए प्रतिदिन कमाते थे. उसी से उसकी पढ़ाई कराई, कई बार तो कर्ज भी लेना पड़ा, आज हम दिन रात उसे याद करते हैं, रात में नींद भी नहीं आती है। आज वह कहती है कि हमारी शादी नहीं हुई है। हमारे पास शादी की फोटो और प्रमाणपत्र है। वहीं दूसरी ओर लड़की का कहना है कि उसने नीरज के साथ शादी ही नहीं की।