Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 11:20 PM
दक्षिण कश्मीर में उभर रहा फुटबॉल का नया सितारा माजिद इरशाद खान खेल के मैदान में आने से पहले गुमराह होकर आतंकी बन गया है। वह करीब एक सप्ताह पहले ही लश्कर-ए-तोयबा से जुड़ा है व उसका कोड नाम अबु इस्माइल है। वहीं पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों ने उसे पकडऩे के...
श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर में उभर रहा फुटबॉल का नया सितारा माजिद इरशाद खान खेल के मैदान में आने से पहले गुमराह होकर आतंकी बन गया है। वह करीब एक सप्ताह पहले ही लश्कर-ए-तोयबा से जुड़ा है व उसका कोड नाम अबु इस्माइल है।
वहीं पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों ने उसे पकडऩे के लिए अनंतनाग के विभिन्न हिस्सों में तलाशी अभियान चलाया है। गत 4 अगस्त के दिन जब 22 वर्षीय आतंकी यावर निसार का गोलियों से छलनी शव उसके घर लाया गया तो उसको देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। उनमें उसका बचपन का दोस्त और बैचमेट माजिद खान भी दिखा, जो यावर के शव के पास रो रहा था। यावर गत 18 जुलाई को आतंकी रैंकों में शामिल हुआ था।
यावर अनंतनाग शहर में पिछले एक दशक के बाद आतंकियों में शामिल होने वाला पहला युवक था। हालांकि उसने एन.जी.ओ. में काम करना शुरू किया, लेकिन वह परेशान रहता था। इसका सबूत उसके फेसबुक पोस्ट से भी मिलता है। उसने सोशल नैटवर्किंग साइटों पर दोनों की तस्वीरों को सांझा किया है। सूत्रों ने बताया कि माजिद का उसी दिन आतंकी बनना तय हो गया था, जिस दिन यावर मुठभेड़ में मारा गया था। माजिद इरशाद खान डिग्री कालेज की टीम का मुख्य चेहरा था। 2 दिन पहले सुबह ए.के.-47 राइफल के साथ उसकी तस्वीरें सोशल नैटवर्किंग साइटों पर वायरल हुईं।
इसी बीच खबरें सामने आईं कि माजिद (22) निवासी सादिकाबाद अनंतनाग लश्कर-ए-तोयबा में शामिल हो गया है। गत 6 माह के दौरान अनंतनाग जिला मुख्यालय से आतंकी बनने वाला वह दूसरा युवक है। इससे पूर्व जुलाई में यावर मजीद नामक युवक आतंकी बना था, जो 3 अगस्त, 2017 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। सरकारी एजैंसियों का मानना है कि आतंकी संगठन अनंतनाग शहर में युवाओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।