Edited By Mahima,Updated: 05 Aug, 2024 12:07 PM
पांच साल पहले, 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में आर्टिकल 370 को हटाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर का राज्य दर्जा खत्म कर इसे दो केंद्र शासित...
नेशनल डेस्क : पांच साल पहले, 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में आर्टिकल 370 को हटाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर का राज्य दर्जा खत्म कर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दा में बांट दिया गया। इस निर्णय के बाद घाटी में किसी भी अशांति को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं और कई नेताओं को नजरबंद किया गया था। विपक्षी दलों ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था, लेकिन वहां से कोई राहत नहीं मिली। आइए जानते हैं कि इन पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में क्या बदलाव आए हैं:
1. शांति और सुरक्षा में सुधार
आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहले की तुलना में शांति बनी है और राज्य का विकास तेजी से हो रहा है। अलगाववादी ताकतों पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। कानून व्यवस्था में सुधार आया है और अब पथराव की घटनाएं भी समाप्त हो गई हैं। नागरिकों की हत्याओं में 81% और सुरक्षा बलों की शहादत में 48% की कमी आई है।
2. आतंकवाद पर नियंत्रण
सरकार ने आतंकवादियों पर सख्त कार्रवाई की है, जिससे आतंकवादी घटनाओं में 70% की कमी आई है। इस वर्ष 21 जुलाई तक 14 सुरक्षाकर्मी और 14 आम लोग आतंकवादी घटनाओं में मारे गए, जबकि पिछले वर्ष 2023 में 46 आतंकवादी घटनाएं हुईं थीं जिनमें 30 जवान और 14 आम नागरिक मारे गए थे।
3. चुनाव और आरक्षण लाभ
आर्टिकल 370 के हटने के बाद, केंद्र शासित प्रदेश में डीडीसी (डिस्ट्रीक्ट डेवलपमेंट काउंसिल) चुनाव हुए और स्थानीय लोगों को आरक्षण का लाभ मिला। इसमें वाल्मीकि समुदाय, ओबीसी, पहाड़ी, गुज्जर-बकरवाल और माताएं-बहनें शामिल हैं।
4. बुनियादी ढांचे में विकास
राज्य में स्वास्थ्य, पर्यटन, परिवहन, उद्योग, शिक्षा और एयरपोर्ट जैसे सेक्टर में विकास हुआ है। नए बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की स्थापना से आम जनता को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं।
5. औद्योगिक विकास और पर्यटन
जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक विकास बढ़ रहा है। व्यापारी यहां जमीन खरीदकर कंपनियां स्थापित कर रहे हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। धार्मिक स्थलों का भी विकास किया गया है, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। इस साल अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इन बदलावों के साथ, जम्मू-कश्मीर अब विकास और शांति की ओर बढ़ रहा है।