Edited By ,Updated: 26 Jun, 2016 06:19 PM
भारत के लिए दो आेलंपिक पदक जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार ने खुलासा किया कि उन्हें 2008 बीजिंग आेलंपिक में कांस्य पदक जीतने ..
नई दिल्ली: भारत के लिए दो आेलंपिक पदक जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार ने खुलासा किया कि उन्हें 2008 बीजिंग आेलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद ‘शीर्ष पर रहते हुए संन्यास’ लेने की सलाह दी गई थी।
‘माई आेलंपिक जर्नी’ नाम की किताब में सुशील ने कहा उन्होंने बीजिंग आेलंपिक के बाद संन्यास लेने के सुझावों के बावजूद खेलना जारी रखा क्योंकि उन्हें लगता था कि यह ‘शुरूआत थी, अंत नहीं’ और वह आखिरकार 4 साल बाद 2012 लंदन आेलंपिक में अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहे और दो आेलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय बने।
सुशील ने पत्रकार दिग्विजय सिंह देव और अमित बोस द्वारा लिखी किताब में खुलासा किया, ‘‘मैं बीजिंग आेलंपिक के बाद भारत आ गया और मेरे शुभचिंतकों ने शीर्ष पर रहते हुए संन्यास लेने की सलाह दी। मैं दुविधा में पड़ गया। इतने वर्षों के बाद मुझे आखिरकार महसूस हुआ कि आेलंपिक पदकधारी होने का क्या मतलब है और उस लक्ष्य को हासिल करने के लिये किस चीज की जरूरत होती है। आेलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद ही मैंने कुश्ती की बारिकियों पर पकड़ बनायी, जैसे कि किस तरह प्रतिद्वंद्वी को पकडऩा है, अलग अलग फाइट में विभिन्न तरह की तकनीकें और रणनीतियां। यह शुरूआत थी, अंत नहीं। ’’