Edited By PTI News Agency,Updated: 14 Aug, 2020 10:06 PM
हैदराबाद, 14 अगस्त (भाषा) प्राइस वॉटरहाउस चार्टर्ड अकाउंटेंट एलएलपी ने जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के वैधानिक ऑडिटर का काम छोड़ दिया है। प्राइस वाटरहाउस का आरोप है कि कंपनी मुंबई हवाई अड्डे के संचालन के ऑडिट कार्य में सहयोग नहीं...
हैदराबाद, 14 अगस्त (भाषा) प्राइस वॉटरहाउस चार्टर्ड अकाउंटेंट एलएलपी ने जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के वैधानिक ऑडिटर का काम छोड़ दिया है। प्राइस वाटरहाउस का आरोप है कि कंपनी मुंबई हवाई अड्डे के संचालन के ऑडिट कार्य में सहयोग नहीं कर रही है।
जीवीके पावर ने ऑडिटर के इस्तीफे की प्रति शुक्रवार को शेयर बाजारों को दी। प्रति में इस्तीफे की तारीख 13 अगस्त दर्ज है।
ऑडिटर ने आरोप लगाया कि कई बार बात करने के बावजूद कंपनी ने उन्हें आवश्यक जानकारी प्रदान नहीं की।
प्रति में कहा गया है, "कंपनी की अनुषंगी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) के संबंध में हालिया घटनाओं सहित हमारे संवादों में वर्णित विभिन्न मामलों को देखते हुए हमने कंपनी के वैधानिक ऑडिटर बने रहने के बारे में समीक्षा की। उसी आधार पर हमने कंपनी के विधायी ऑडिटर का काम छोड़ने के बारे में सूचित करना तय किया।’’
सीबीआई ने हाल ही में जीवीके समूह के चेयरमैन जीवीके रेड्डी, उनके बेटे संजय रेड्डी, उनकी कंपनी और नौ अन्य निजी कंपनियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मनी लौंड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत एक प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट दायर किया है। यह रिपोर्ट पुलिस की प्राथमिक जांच रिपोर्ट (एफआईआर) के समतुल्य होती है।
सितंबर 2017 में आयोजित कंपनी की वार्षिक आम बैठक में प्राइस वॉटरहाउस चार्टर्ड एकाउंटेंट्स एलएलपी को पांच साल के लिये विधायी ऑडिटर नियुक्त किया गया था।
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