Edited By ,Updated: 30 Aug, 2016 11:50 AM
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ौतरी की मार फिर से ग्राहकों पर पड़ सकती है।
नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ौतरी की मार फिर से ग्राहकों पर पड़ सकती है। गत 15 दिनों में कच्चे तेल की कीमत करीब 7 डॉलर प्रति बैरल बढ़ गई है। इसका असर घरेलू बाजार में पड़ सकता है और इन दोनो ईंधनों कि कीमतों में 2 रुपए से लेकर 3 रुपए तक की बढ़ौतरी हो सकती है। बताते चलें कि इस माह 2 बार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी होने के बाद सरकार ने पैट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की थी।
भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कीमत 28 जुलाई के 40.73 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 10 अगस्त तक 47.14 डॉलर प्रति बैरल हो गई है जोकि कच्चे तेल कि कीमतों में करीब 7 डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि दर्शाता है। पैट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत पैट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पी.पी.ए.सी.) के आंकड़ों के अनुसार भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की रुपए के संदर्भ में इस अवधि के दौरान 2,723 रुपए से बढ़कर 3,159 रुपए प्रति बैरल हो गई।
पहले कब-कब घटे-बढ़े दाम
• 16 अगस्त को पैट्रोल 1 और डीजल 2 रुपए सस्ता किया गया।
• 1 अगस्त को पैट्रोल के दाम में 1.42 और डीजल में 2 रुपए प्रति लीटर की कमी की गई थी।
• 1 जुलाई को पैट्रोल के दाम में 89 पैसे और डीजल में 49 पैसे प्रति लीटर की कमी की गई थी।
• 15 जून को पैट्रोल के दाम में 5 पैसे और डीजल के दाम में 1.26 रुपए की बढ़ौतरी हुई थी।
• 31 मई को पैट्रोल 2.58 रुपए और डीजल 2.26 रुपए महंगा हुआ था।
• 16 मई को भी पैट्रोल 83 पैसे और डीजल 1.26 रुपए महंगा हुआ था।