Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 08:36 AM
पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने 12वीं का हिंदी इलैक्टिव और पंजाबी इलैक्टिव का पेपर एक ही तारीख को तय कर दिया है।
चंडीगढ़ (साजन): पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने 12वीं का हिंदी इलैक्टिव और पंजाबी इलैक्टिव का पेपर एक ही तारीख को तय कर दिया है। जारी डेटशीट के मुताबिक दोनों पेपर 10 मार्च को एक ही समय पर हैं। अब डेटशीट देखने के बाद सैंकड़ों स्टूडैंट्स ने बोर्ड के मोहाली कार्यलय पहुंचकर शिकायत दर्ज करवानी शुरू कर दी है।
डेटशीट के मुताबिक हिंदी इलैक्टिव और पंजाबी इलैक्टिव का पेपर 10 मार्च को है और समय भी दोपहर 2 बजे से शाम 5.15 बजे तक रखा है। आर.टी.आई. एक्टीविस्ट आर.के. सिंगला के मुताबिक डेटशीट में इतनी बड़ी गलती बोर्ड के अधिकारियों की बिगड़ती मानसिक दशा का एक नमूना है। किसी भी अधिकारी ने डेटशीट जारी करने से पहले इसे सही से जांचा नहीं, जबकि हजारों स्टूडैंट्स इस गलती से प्रभावित हो रहे हैं।
जिन स्कूलों से स्टूडैंट्स ने पंजीकरण करवाया है उन्हें कहा जा रहा है कि या तो वह इस फैसले का बोर्ड के दफ्तर जाकर विरोध करें या इस डेटशीट को ही मान लें और जब दोबारा पेपर होगा तो एक पेपर फिर भर दें। स्कूल विधार्थियों को हिदायत दे रहे हैं कि वह बोर्ड के दफ्तर जाकर कुछ पैसा देकर यह विवाद सुलझा लें।
आर.के. सिंगला के मुताबिक इसकी पूरी संभावना है कि बोर्ड इस तरह के पैंतरे अपना रहा है कि विद्यार्थी दो में से एक पेपर छोड़ें और बाद में कम्पार्टमैंट या रीअपीयर के स्टूडैंट के तौर पर फिर फार्म और फीस भरें जिससे बोर्ड के खजाने भरेंगे। उनका कहना है कि कम्पार्टमैंट की फीस भी बोर्ड ने बहुत अधिक रखी हुई है।
उच्चााधिकारियों को शिकायत भेजी थी पर नहीं हुई कार्रवाई
बोर्ड की सैक्रेटरी हरगुनजीत कौर की तरफ से कुछ स्टूडैंट्स का एडमिट कार्ड भेजा गया है जिसमें पूरी डेटशीट दी गई है। डी.पी.आई., पंजाब परमजीत सिंह को भी शिकायत की कापी भेजी है। वहीं ये भी जानकारी मिली है कि बोर्ड के अधिकारियों ने उन स्कूलों को स्टूडैंट्स के विषय बदलने की हिदायत दे दी है जिनके साथ एक दिन पेपर की तारीख की यह समस्या पैदा हुई है।
सिंगला के मुताबिक बोर्ड और प्राइवेट स्कूल मिलजुलकर पैसा कमाने का गोरखधंधा चला रहे हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्चााधिकारियों को शिकायत भेजी थी लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हुई। लिहाजा उन्होंने बुधवार को इस संबंधी आर.टी.आई. डालकर सवाल किया है कि कितने हजार स्टूडैंट्स एक तारीख और समय में दो पेपर करवाने से प्रभावित होंगे।
उन्होंने यह भी पूछा है कि जिन कर्मचारियों या अधिकारियों ने यह गलती की है उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी पूछा है कि क्या बोर्ड इस पेपर को री-शैड्यूल कर रहा है ताकि विद्यार्थी जिनकी कोई मामले में गलती नहीं है प्रभावित न हों।
उन्होंने बोर्ड के चीफ विजीलैंस अफसर का भी पूरा ब्यौरा मांगा है। पंजाब एजुकेशन बोर्ड के पी.आर.ओ. ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। बोर्ड सैक्रेटरी हरगुनजीत कौर ही इस मामले में कुछ बता सकती हैं। वहीं हरगुनजीत से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई पर बात नहीं हो पाई।