Edited By ,Updated: 12 Mar, 2015 08:18 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विधानसभा में विपक्ष के वाकआऊट को सदन की मर्यादा के विपरीत बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस चार्जशीट की जांच से भाजपा में बौखलाहट है क्योंकि इससे सच्चाई सामने आ रही है।
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विधानसभा में विपक्ष के वाकआऊट को सदन की मर्यादा के विपरीत बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस चार्जशीट की जांच से भाजपा में बौखलाहट है क्योंकि इससे सच्चाई सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा जिस पार्टी कार्यालय का हवाला देकर बार-बार चर्चा की मांग कर रही है, उस मामले में मैजिस्ट्रेट जांच के दौरान अपने बयान दर्ज करवाना तक उचित नहीं समझा। प्रेम कुमार धूमल ने 2 बार मुख्यमंत्री बनने पर उनके खिलाफ राजनीति से प्रेरित होकर झूठे मामले दर्ज करवाए लेकिन वह न्यायालय से पाक साफ होकर निकले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने की सूचना पहले ही बाकायदा नेता प्रतिपक्ष को दी थी। इसके बाद भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर शांतिपूर्ण जुलूस पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताआें ने देशभर में भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर विरोध प्रदर्शन किए। इसी कड़ी के तहत शिमला में भी प्रदर्शन किया गया था।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा की सदन की कार्यवाही में बाधा डालना आदत बन गई है। इससे पहले भी भाजपा विधायकों ने सदन में आने से पहले हाजिरी लगाकर अपना कर्तव्य पूरा किया ताकि दैनिक भत्ता मिल सके। यदि विपक्ष ऐसा करके सत्ता पक्ष को धमकाना चाहता है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं होगा।