Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 11:18 PM
नेपाल के चाय निर्यातकों को अब विदेशों में चाय बेचने के लिए ‘दार्जिलिंग’ (भारत) के लोगो प्रतीक का इस्तेमाल नहीं करना होगा। मीडिया की एक रपट के अनुसार इस हिमालयी देश में चाय की खेती शुरू होने के 154 साल बाद इसे अपनी पहचान मिली है। हिमालयन टाइम्स की...
काठमांडो: नेपाल के चाय निर्यातकों को अब विदेशों में चाय बेचने के लिए ‘दार्जिलिंग’ (भारत) के लोगो प्रतीक का इस्तेमाल नहीं करना होगा। मीडिया की एक रपट के अनुसार इस हिमालयी देश में चाय की खेती शुरू होने के 154 साल बाद इसे अपनी पहचान मिली है।
हिमालयन टाइम्स की एक रपट के अनुसार नेपाल चाय व काफी विकास बोर्ड के प्रयासों से नेपाल को खुद का लोगो या ट्रेडमार्क मिल गया है। अब तक नेपाली की पारंपरिक चाय के निर्यात में दार्जिलिंग, भारत के लोगो का इस्तेमाल किया जाता रहा है। नेपाल में चाय की कई किस्मों का उत्पादन होता है जो कि खुशबू, स्वाद व दिखने में बहुत कुछ दार्जिलिंग जैसी हैं। कृषि मंत्रालय ने हिमालय चाय उत्पादक एसोसिएशन व काफी विकास बोर्ड की मदद से यह लोगो तैयार किया है।