Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Aug, 2017 06:32 PM
सोशल मीडिया पर नक्सलियों के समर्थन में पोस्ट करना सहायक जेल अधीक्षक दिनेश ध्रुव को महंगा पड़ गया
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर नक्सलियों के समर्थन में पोस्ट करना सहायक जेल अधीक्षक दिनेश ध्रुव को महंगा पड़ गया। सरकार ने बलौदाबाजार जिले के एजेएस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दिनेश ध्रुव ने हाल ही में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था कि हर आदिवासी नक्सली नहीं होता। हालांकि, उन्होंने बाद में इस पोस्ट को हटा लिया था।
छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी कर अपने अफसरों और कर्मचारियों को साफ हिदायत दी थी कि वो सोशल मिडिया में ऐसा कोई पोस्ट ना करें, जिससे सरकार की छवि पर कोई सवालियां निशान लगे। इसके पहले दो आईएएस अफसरों ने भी सोशल मीडिया पर ऐसा ही पोस्ट डाला था। इसके बाद उन्हें चीफ सेकेट्री की ओर से फटकारा गया था।
राज्य सरकार ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को भविष्य में सरकार से जुड़े मामलों पर सोशल मीडिया में किसी भी तरह के पोस्ट से बचने की सलाह दी है। उन्हें निर्देशित किया गया है कि इसके उल्लंघन पर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा सकती है। इस नए निर्देश की अवहेलना पर दिनेश ध्रुव पर कार्यवाही करते हुए उनको निलंबित कर दिया गया है।
बताते चलें कि दिनेश ध्रुव छत्तीसगढ़ जेल सेवा के दूसरे अफसर हैं, जिनके खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने पर कार्यवाही की गई है. इसके पहले नक्सलियों के समर्थन में सोशल मीडिया में पोस्ट करने पर रायपुर केंद्रीय जेल की पूर्व सहायक जेल अधीक्षक वर्षा डोंगरे निलंबित कर दिया गया। दिनेश ध्रुव के पास अभी तक कोई आरोप पत्र नहीं पहुंचा है।