Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 06:24 PM
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बागी शरद यादव गुट ने गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस और वाम...
नई दिल्ली: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बागी शरद यादव गुट ने गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस और वाम दलों सहित समान विचारधारा वाले अन्य दलों के साथ मिलकर लडऩे का फैसला किया है। जदयू के शरद गुट के कार्यवाहक अध्यक्ष छोटूभाई वसावा ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि जदयू गुजरात में कांग्रेस और वाम दलों के साथ मिलकर भाजपा को चुनौती देगी। उन्होंने कहा कि गुजरात में पाटीदार आंदोलन के नेता हाॢदक पटेल से भी गठजोड़ करने की कोशिश की जा रही है।
हार्दिक पटेल से भी गठजोड़ करेगा शरद गुट
शरद गुट ने कल यहां एक बैठक में जदयू के अध्यक्ष के रूप में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नियुक्ति को रद्द कर उनकी जगह वसावा को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था। गुजरात विधानसभा में छह बार से विधायक वसावा ने केन्द्र में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई है। उन्होंने कहा कि हम गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और अन्य वाम दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। साथ ही हमारी कोशिश हार्दिक पटेल से भी चुनावी गठजोड़ करने की है।
गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। पार्टी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्थिति के सवाल पर वसावा ने दावा किया कि कुमार ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है। उन्होंने कहा कि संगठन की बुनियाद कार्यकर्ता और पदाधिकारी होते हैं, विधायक और सांसद नहीं। वसावा ने जदयू के 20 प्रदेश इकाईयों के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने का दावा करते हुये कहा कि नीतीश के पास सिर्फ सत्ता के ‘‘लोभी विधायक और सांसदों’’ का समर्थन हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला जदयू पहले ही राज्य सभा सभापति एम वैंकेया नायडू से जदयू सदस्य शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता रद्द करने की मांग कर चुका है।