Edited By ,Updated: 12 Apr, 2017 06:54 PM
कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा पर पाकिस्तानी अखबारों ने अपनी सरकार को घेरते हुए इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।
नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा पर पाकिस्तानी अखबारों ने अपनी सरकार को घेरते हुए इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। एक अखबार ने लिखा कि पाकिस्तान का फैसला एक नए तथा दोनों देशों द्वारा एक दूसरे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से पूरी तरह से अस्थिरता का दौर शुरू हो सकता है।
डॉन ने एक संपादकीय में कहा कि भारत तथा पाकिस्तान के बीच जासूसों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप सामने आते रहते हैं। लेकिन, जाधव का मामला नियमित कार्रवाई से काफी अलग है और यह एक देश का दूसरे देश की सुरक्षा तथा खुफिया प्रणाली के खिलाफ पूरी तरह से अस्थिर गुप्त कार्रवाइयों का दौर शुरू कर सकता है। अखबार ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि गुप्त तौर पर बातचीत या किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से जाधव मुद्दे पर भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में मदद मिलेगी और जासूसी के लेकर नए नियमों का सूत्रपात होगा।
डेली टाइम्स ने पूछा है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने जाधव से सभी सूचनाएं प्राप्त की हैं या नहीं या उन्हें केवल जाधव को फांसी पर लटकाने की ही जल्दबाजी है। अखबार ने कहा है कि जाधव की गिरफ्तारी तथा उन्हें सजा देना यह स्मरण कराता है कि निकट भविष्य में दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच जानलेवा छद्म युद्ध जारी रह सकता है। एक अन्य समाचार पत्र ने हैरानी जताते हुए पूछा है कि कहीं पाकिस्तानी सेना ने जासूसी तथा पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेडऩे के आरोपी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा देने में जल्दी तो नहीं की है।