Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 12:25 AM
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मेरठ में अवैध रुप से रह रहे एक बंग्लादेशी नागरिक को ....
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मेरठ में अवैध रुप से रह रहे एक बंग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि मेरठ जिले के कस्बा फलावदा में अवैध रूप से रहने वाले बंग्लादेशी नागरिक अबु हन्नान उर्फ अबु हना को पुलिस ने गिरफ्तार किया कर लिया। वह धरमपुर, पोस्ट विनोदपुर, थाना मोतीहार जिला राजशाही का रहने वाला है। वह फलावदा कस्बा निवासी बबलू मिठाई वाले के यहां रह रहा था।
उसके पास से भारतीय पासपोर्ट के अलावा, आधार कार्ड न0-714689060029, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, मोबाइल फोन और बंग्लादेशी सिम कार्ड बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली कि फलावदा कस्बे में काफी समय से एक बंग्लादेशी नागरिक निवास कर रहा है। उसने इस पते का निवास प्रमाण पत्र नगर पंचायत फलावदा से बनवाकर उसके आधार पर भारतीय पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर कार्ड आदि अभिलेख तैयार करा लिए हैं। कुछ समय पूर्व वह एक माह बंग्लादेश रहकर आया है। यह व्यक्ति किसी अवैध गतिविधि में भी लिप्त हो सकता है।
सूचना के बाद आज अबु हन्नान उर्फ अबु हना को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ पर गिरफ्तार अबु हन्नान ने बताया कि वह कई वर्ष पूर्व अपने घर से भागकर अवैध रूप से भारत आ गया था। कोलकता, मुजफ्फरपुर (बिहार), दिल्ली, लुधियाना (पंजाब) में कई दुकानों पर काम करता रहा तथा वर्ष-2006 में कस्बा फलावदा की रहने वाली शबाना नाम की लड़की से निकाह कर लिया था। शादी के बाद उसकी पत्नी उसे कस्बा फलावदा ले आई तथा अपने परिवार वालों की मदद से निवास संबंधी प्रमाण-पत्र नगर पंचायत, फलावदा से तैयार करा लिया, जिसके आधार पर उसने अपना पासपोर्ट, पैनकार्ड, वोटर कार्ड अवैध रूप से बनवा लिए थे।
पासपोर्ट के आधार पर उसने अपने भाई मसूद राणा की आईडी मंगाकर बंग्लादेश का एक माह का वीजा प्राप्त कर लिया था, जिसके आधार पर वह बंग्लादेश में एक माह रहकर अपने परिवार से मिलकर आया है। उसकी पत्नी शबाना सउदी अरब में ब्यूटी पार्लर का काम करती है, जो कुछ समय बाद वापस आने वाली है। यह भी बताया कि वह यहीं पर जमीन खरीदकर मकान बनाने की फिराक में था। इसी दौरान कस्बा फलावदा में कुछ लोग उसे बंग्लादेशी होने के नाते धमकाने लगे। पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर कार्ड के आधार पर वह भारतीय नागरिक बन गया था। अब वह किसी और जगह पर जाकर बसने की फिराक में था कि इससे पूर्व ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।