Edited By ,Updated: 26 Jun, 2016 07:48 PM
चीन के विरोध ने भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य बनने को कोशिशों पर पानी फेर दिया। इसके...
नई दिल्ली: चीन के विरोध ने भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य बनने को कोशिशों पर पानी फेर दिया। इसके बावजूद मोदी सरकार के हौसले बुलंद हैं और धीरे-धीरे वैश्विक स्तर पर शक्ति बढ़ाने का क्रम जारी है। इसी कड़ी में भारत सोमवार को मिसाइल टेक्नॉलोजी कंट्रोल रीजम (एमटीसीआर) की सदस्यता ग्रहण करने जा रहा है। एमटीसीआर के लिए भारत को पहले ही हां चुकी है बस कल औपचारिक रूप से सदस्यता मिल जाएगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि सोमवार को भारत पूर्णरूप से एमटीसीआर का सदस्य बन जाएगा। गौर हो कि एनएसजी की तरह एमटीसीआर में भी अन्य सदस्य देशों की रजामंदी जरूरी होती है। यहां इटली भारत का विरोध करता रहा लेकिन अब वे भी मान गया।
चीन 10 साल से एमटीसीआर में आने का इच्छुक
भारत के लिए एमटीसीआर में जाना एक बड़ी उपलब्धि है। चीन 10 साल से इसकी सदस्यता ग्रहण करना चाहता है लेकिन वह सदस्य नहीं बन पाया। भारत एमटीसीआर का 35वां सदस्य होगा। इसकी सदस्यता से भारत की मिसाइल टेक्नोलॉजी की गुणवत्ता तो बढ़ेगी ही भारत मिसाइल का निर्यात भी कर पाएगा।