गांधी जयंती पर बोले PM मोदी, हमने जो टॉयलेट बनवाए उसमें बंधी थीं बकरियां

Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 01:04 PM

the toilets we made were tied in the goats  pm modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती के मौके पर ''स्वच्छ भारत मिशन'' की तीसरी वर्षगांठ पूरे होने के अवसर पर विज्ञान भवन में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में हम आगे बढ़े हैं।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती के मौके पर 'स्वच्छ भारत मिशन' की तीसरी वर्षगांठ पूरे होने के अवसर पर विज्ञान भवन में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में हम आगे बढ़े हैं। इस स्वच्छ भारत मिशन' की शुरुआत करके मेरी काफी आलोचना भी हुई कि मोदी ने हमारी 2 अक्तूबर की छुट्टी खराब कर दी लेकिन मुझमें झेलने की काफी कैपेसिटी है और इसे और बढ़ा रहा हूं।

जो टॉयलेट बनवाए थे उसमें बंधी थीं बकरियां
देश की जनता ने इस मिशन में काफी सहयोग किया और इसे सफल बनाया, हालांकि देश के कई राज्य अभी भी खुले में शौच से मुक्त नहीं हो पाए हैं। इस काम में चुनौतियां हैं, लेकिन इससे भागा नहीं जा सकता बल्कि इस काम को पूरा करना है। इस दौरान पीएम ने गुजरात के अपने एक तजुर्बे को भी साझा करते हुए बताया कि राजनीति में आने से पहले मैंने संगठन में रहकर भी सफाई के लिए काम किया, हमने पैसा इकट्ठा कर गुजरात में एक गांव को गोद लिया था और उसमें स्वच्छता की व्यवस्था करवाई थी'। उस समय हमने पूरे गांव में हमने टॉयलेट बनवाए, लेकिन बाद में जब मैं वहां गया तो देखा वहां पर बकरियां बंधी हुई थी'। लेकिन स्वच्छता मिशन अब किसी सरकार का नहीं बल्कि पूरे देश का बन गया है। उन्होंने कहा कि एक हजार महात्मा गांधी या 1 लाख मोदी भी मिलकर स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं कर सकते हैं, इसे सिर्फ सवा करोड़ देशवासी ही पूरा कर सकते हैं।

अपनी जिम्मेदारी से कोई नहीं भाग सकता
कोई इंसान ऐसा नहीं है, जिसे गंदगी पसंद हो। मूलत: हमारी प्रवृत्ति स्वच्छता पसंद करने की है, हम महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चल रहे हैं। देश का मीडिया जल्द ही उनकी तस्वीरें छापेगा जो स्वच्छ भारत अभियान से दूर भाग रहे हैं, जब देश स्वीकार कर लेता है तो आप चाहें या न चाहें, आपको उससे जुड़ना पड़ता है। सफाई और स्वच्छता जैसे मुद्दों पर राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। सरकार सोचे कि हम इमारतें बना देंगे और टीचर दे देंगे तो सब कुछ ठीक हो जाएगा तो ऐसा नहीं है। घरवाले अगर बच्चे को स्कूल नहीं भजेंगे तो शिक्षा का प्रसार कैसे होगा। समाज की भागीदारी बहुत जरूरी है।

बच्चे सबसे बड़े एम्बैसेडर
मोदी ने कहा कि बच्चे स्वच्छता के सबसे बड़े एम्बैसेडर हैं जो बात बच्चों के गले उतर गई है वह हमें समझ क्यों नहीं आती। पीएम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हाथ धोने की कहते हैं तो कहते हैं, पानी तो है नहीं। पीएम मोदी को गाली देने के हजार विषय हैं, मैं हर दिन कुछ न कुछ देता हूं, तो देते रहें, लेकिन अपना दायित्व निभाएं। उन्होंने कहा कि आज से पांच-छह साल पहले टीवी पर स्टोरी बनती थी कि बच्चों से स्कूल में सफाई करवाते हैं लेकिन आज बदलाव आया है। अब मेन खबर होती है कि स्कूल के बच्चों ने
स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!