Edited By ,Updated: 19 Jan, 2015 09:26 AM
सड़क हादसे में घायल हुए मरीज को दाखिल करवाने के लिए एम्बुलैंस चालक जी.एम.सी.एच.-32 और पी.जी.आई. के चक्कर...
चंडीगढ़: सड़क हादसे में घायल हुए मरीज को दाखिल करवाने के लिए एम्बुलैंस चालक जी.एम.सी.एच.-32 और पी.जी.आई. के चक्कर 2 घंटे तक काटता रहा।
तड़पते मरीज को पहले जी.एम.सी.एच. के डाक्टरों ने दाखिल करने से इंकार कर दिया तो एम्बुलैंस चालक पी.जी.आई. पहुंचा। रैफर स्लिप न होने पर पी.जी.आई. डाक्टरों ने मरीज को यहां भी दाखिल नहीं किया और वापस जी.एम.सी.एच.-32 भेज दिया।
इसके बाद भी जी.एम.सी.एच.-32 के डाक्टरों ने मरीज को दाखिल नहीं किया। अंत में परेशान होकर एम्बुलैंस चालक ने हंगामा किया और जब मौके पर लोग एकत्रित हुए तो डाक्टरों ने लहुलूहान मरीज को दाखिल कर इलाज शुरू किया।
एम्बुलैंस के चालक गुरप्रीत सैनी ने बताया कि शनिवार रात 8:25 मिनट पर जीरकपुर स्थित जे.पी. अस्पताल के सामने सड़क हादसे में किसी व्यक्ति के घायल पड़े होने की सूचना मिली थी। वह अपने साथी लवजीत सिंह के साथ मौके पर पहुंचा।
अस्पताल के बाहर मोटरसाइकिल चालक लहूलुहान पड़ा था व उसका पैर हादसे में टूट चुका था। उन्होंने मरीज को एम्बुलैंस में डाला और जी.एम.सी.एच.-32 की एमरजैंसी में घायल बहलाना निवासी गबर सिंह को ले आए। यहां एमरजैंसी के डाक्टर ने मरीज को बिना जांचे पी.जी.आई. ले जाने को कहा।
मरीज की हालत के मद्देनजर उसे जी.एम.सी.एच.-32 से पी.जी.आई. ले जाया गया। पी.जी.आई. की एमरजैंसी में जब मरीज को दाखिल करवाने लगे तो डाक्टरों ने उसे दाखिल करने से मना कर दिया।
डाक्टरों ने कहा-रैफर स्लिप दिखाओ
पी.जी.आई. के डाक्टरों ने चालक से कहा कि पहले जी.एम.सी.एच.-32 से रैफर स्लिप दिखाओ। चालक गुरप्रीत ने कहा कि वहां के डाक्टरों ने स्लिप नहीं दी है। इसके बाद पी.जी.आई. के डाक्टरों ने तड़प रहे मरीज को दाखिल करने से साफ इंकार कर दिया। चालक फिर पी.जी.आई. से घायल मरीज को लेकर जी.एम.सी.एच. पहुंचा।
वहां तैनात डाक्टर ने फिर मरीज को दाखिल करने से मना किया तो चालक गुरप्रीत का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने हंगामा कर दिया। गुरप्रीत ने बताया कि करीब 2 घंटे इसके बाद मरीज को जी.एम.सी.एच. में मुश्किल से दाखिल किया गया।
उन्होंने कहा कि अगर डाक्टर एम्बुलैंस में लाए गए मरीज को दाखिल नहीं करेंगे तो इसका क्या फायदा। उन्होंने कहा कि तड़प रहे मरीज को दाखिल करने के लिए ट्रांसफर स्लिप जरूरी क्यों है। इस दौरान मरीज की मौत हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा।