Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 12:15 PM
सियासत का रंग कब कैसे बदल जाए इसके बारे कोई कुछ नहीं कह सकते इसकी ताजा उदाहरण बिहार की राजनीति में देखने को मिली। महज तीन घंटे के भीतर महागठबंधन की सरकार टूट कर.......
पटना: सियासत का रंग कब कैसे बदल जाए इसके बारे कोई कुछ नहीं कह सकते इसकी ताजा उदाहरण बिहार की राजनीति में देखने को मिली। महज तीन घंटे के भीतर महागठबंधन की सरकार टूट कर बिखर गई और अब एक नए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। कई बार देखा गया है कि नीतीश कुमार अपनी साफ सुथरी छवि बनाए रखने के लिए सिद्धांतों के आगे पद की परवाह नहीं करते। एक बार फिर नीतीश ने इस्तीफा देकर यह साबित कर दिया है कि वह छवि बनाए रखने के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करते। आईए जानतें हैं नीतीश कुमार के इस्तीफे के पीछे की पांच बड़ी वजहें।
1. आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर कथित होटल घोटाले का आरोप लगना ही इस पूरे घटना की शुरुआत थी। जिसके बाद बीजेपी लगातार नीतीश कुमार से तेजस्वी के इस्तीफे की मांग करने लगी थी।
2.नीतीश कुमार ने लालू यादव और तेजस्वी यादव के अडिय़ल रूख से परेशान दिल्ली में राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी लेकिन कांग्रेस भी बीच बचाव कर लालू यादव को इस्तीफे के लिए नहीं तैयार करा पाई।
3. तेजस्वी यादव ने अपने पर लगे आरोपों की सफाई भी नहीं दी और वह वह लगातार इस्तीफे न देने पर अड़े रहे। इसके बाद तेजस्वी ने कैबिनेट की बैठक के अलावा नीतीश कुमार के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भी हिस्सा नहीं लिया।
4. तेजस्वी पर लगे घोटाले के आरोप के बाद अब नीतीश पर सवाल उठने शुरु हो गए थे कि वह अपने कैबिनेट में ऐसे डिप्टी सीएम को रखे हैं जिसपर घोटाले का आरोप लगा है।
5. नीतीश कुमार ने जिस सुशासन के नारे के साथ बिहार में जीत हासिल की थी अब उनको ऐसे माहौल में अनुशासन के साथ सरकार चलाना मुश्किल था। क्योंकि उनका अपना उप मुख्यमंत्री ही उनके अनुशासन की धज्जी उड़ा रहा था।