Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 05:53 PM
नॉर्थ कोरिया में सनकी किंग किम जोंग उन के राज में लोग दहशत व वहशत में जी रहे हैं...
प्योंगप्यांगः नॉर्थ कोरिया में सनकी किंग किम जोंग उन के राज में लोग दहशत व वहशत में जी रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है लोग जान हथेली पर रखकर नॉर्थ कोरिया से भाग रहे हैं। अकेले चीन में ऐसे लोगों की तादाद करीब तीन लाख तक पहुंच चुकी है। इन्हीं लोगों में से एक लड़की है योनमी पार्क जिसने नॉर्थ कोरिया की दिल दहला देनी वाली सच्चाई को सामने लाने की हिम्मत दिखाई। उसे बचाने के लिए उसकी मां ने अपना रेप तक होने दिया था।
नॉर्थ कोरिया से 13 साल की उम्र में भागने वाली योनमी पार्क फिर चर्चा में हैं। वन यंग वर्ल्ड समिट में 2 साल पहले दी उनकी स्पीच फेसबुक पर अब वायरल हो रही है। बीते 13 मार्च को इसे पोस्ट किया गया है, जिसे अब तक लाखों लोग लाइक और शेयर कर चुके हैं । योनमी ने अपनी स्पीच में नॉर्थ कोरियाई तानाशाह की क्रूरता के दिल दहला देने वाले किस्से दुनिया को बताए थे।
साल 2014 में नॉर्थ कोरियाई शरणार्थी योनमी पार्क ने डबलिन में वन यंग वर्ल्ड समिट में जब स्पीच देनी शुरू की, तो उसके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। उसने बताया कि मौजूदा लीडर किम जोंग उन के पिता के शासन में उसकी फैमिली और उसके दोस्तों की बहुत बुरी हालत हो गई थी। पार्क ने बताया था कि जब वह 13 साल की थी तो उसकी मां ने उसे तस्करों से बचाने के लिए खुद अपने साथ रेप की सहमति दे दी थी। इसके बाद उसने अपने परिवार के साथ देश छोड़ दिया था। 24 साल की पार्क अब अमरीका में रह रही है और सोशल एक्टिविस्ट है।
उसने अपनी जिंदगी के सफर पर 'इन ऑर्डर टू लिव' नाम की किताब भी लिखी है। पार्क ने कहा था कि सिर्फ नॉर्थ कोरिया जैसे देश में पैदा होने की वजह से वहां के नागरिकों को अत्याचार सहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। योनमी ने बताया कि उसकी दोस्त की मां को सिर्फ इसलिए आठ लोगों के साथ लाइन में खड़ा कर गोली से उड़ा दिया गया था क्योंकि उसने हॉलीवुड मूवी देखी थी और कुछ दोस्तों को वो डीवीडी दी थी।
पार्क ने बताया कि दुनिया में शायद ही कोई ऐसा देश हो, जहां इंटरनेट बंद हो। गाने, किताबें, इंटरनैशनल फोन कॉल्स और वॉइस ओपिनियन पर पाबंदी हो, लेकिन नॉर्थ कोरिया इस मामले में अपवाद है। पार्क के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया के तानाशाहों को वैस्टर्न देशों के रहन-सहन और तौर-तरीकों की नकल करना नापसंद है। यहां तक कि जनता को कानाफूसी करने पर भी क्रूर सजा दी जाती है।