Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 01:36 PM
ग्रेटर मोहाली एरिया डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (ग्माडा) द्वारा पंजाब की पहली विश्व स्तरीय टैक्नोलोजी मोहाली में स्थापित की जा रही है। ग्माडा से मिली जानकारी मुताबिक इस यूनिवर्सिटी के काम को बड़ी तेजी से प्रोसैस में लाया जा रहा है जिसके चलते कई यूनिवर्सिटीज...
मोहाली, (कुलदीप) : ग्रेटर मोहाली एरिया डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (ग्माडा) द्वारा पंजाब की पहली विश्व स्तरीय टैक्नोलोजी मोहाली में स्थापित की जा रही है। ग्माडा से मिली जानकारी मुताबिक इस यूनिवर्सिटी के काम को बड़ी तेजी से प्रोसैस में लाया जा रहा है जिसके चलते कई यूनिवर्सिटीज से 30 दिनों के अंदर अंदर आवेदन मांग लिए हैं। ग्माडा से मिली जानकारी मुताबिक यूनिवर्सिटी संबंधी शर्तें काफी कठोर रखी गई हैं। इन शर्तों मुताबिक यहां पर स्थापित होने वाली यह यूनिवर्सिटी प्राईवेट यूनिवर्सिटी होगी। आवेदन करने वाली युनिवर्सिटी को युनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए तथा आवेदक नॉन प्रोफिट सोसायटी के तहत रजिस्टर्ड होनी चाहिए। यूनिवर्सिटी का फोकस आई.टी.एस. तथा बायो-टैक्नोलॉजी (नॉन पॉल्यूटिड शाखाएं), रिसर्च एंड डिवैल्पमैंट फैसिलिटीज इंडस्ट्री से संबंधित होना चाहिए। आवेदन करने वाली यूनिवर्सिटी के पास करीब 400 करोड़ रुपए इन्वैस्ट करने की क्षमता होनी चाहिए। यूनिवर्सिटी 50 एकड़ जमीन पर स्थापित की जानी है। ग्माडा द्वारा 50 एकड़ जमीन की कीमत 237.5 करोड़ रुपए रखी गई है। शर्तों मुताबिक यूनिवर्सिटी 18 वर्ष यह भुगतान कर सकेगी।
ग्माडा ने आई.टी. सैक्टर को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2013 में इंडस्ट्रीयल इन्वैस्टमैंट प्रोमोशन पॉलिसी 2013 में तैयार की थी जिस के चलते मोहाली में करीब 1600 एकड़ जमीन पर देश का सबसे बढिय़ा आई.टी. हब स्थापित करने का फैसला लिया था। अब कैप्टन अमरेंद्र सिंह की अगुवाई वाली मौजूदा पंजाब सरकार द्वारा विधान सभा शैशन में एक प्रस्ताव लाया गया था जिस दौरान यूनिवर्सिटी स्थापित करने संबंधी सरकार द्वारा एक कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी के चीफ सैक्रेटरी पंजाब सरकार की अगुवाई में कार्य करेगी।