Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 05:52 PM
अपने 85 साल के टेस्ट इतिहास में अब तक केवल एक बार विदेशी सरजमीं पर किसी श्रृंखला में तीन टेस्ट मैच जीतने व
नई दिल्ली: अपने 85 साल के टेस्ट इतिहास में अब तक केवल एक बार विदेशी सरजमीं पर किसी श्रृंखला में तीन टेस्ट मैच जीतने वाली भारतीय टीम को अब श्रीलंका के खिलाफ वर्तमान टेस्ट श्रृंखला में न सिर्फ लगभग 50 साल बाद यह उपलब्धि दोहराने बल्कि विदेश में पहली बार लगातार तीन टेस्ट मैच जीतने का सुनहरा मौका मिला है। विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम ने श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले दोनों मैच आसानी से जीते हैं और अगर वह पल्लेकल में 12 अगस्त से शुरू होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भी अपना विजयी अभियान बरकरार रखती है तो फिर यह पहला अवसर होगा जबकि भारतीय टीम विदेशी सरजमीं पर तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप करेगी।
भारत ने इससे पहले केवल एक बार विदेशी धरती पर किसी श्रृंखला में तीन टेस्ट मैच जीते। मंसूर अली खां पटौदी की अगुवाई वाली टीम ने फरवरी- मार्च 1968 में न्यूजीलैंड को चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-1 से हराया था। इस दौरान हालांकि टीम ड्यूनेडिन में पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद क्राइस्टचर्च में दूसरा टेस्ट मैच हार गई थी। इसके बाद भारत ने वेलिंगटन और आकलैंड टेस्ट जीते थे। वर्तमान श्रृंखला से पहले भारत को 1986 में इंग्लैंड में तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला जीतने का मौका मिला था लेकिन कपिल देव की टीम पहले दोनों टेस्ट मैच जीतने के बाद तीसरे टेस्ट को ड्रा करा बैठी थी।
पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद भारत दूसरा मैच हार गया था लेकिन उसने तीसरा टेस्ट जीतकर श्रृंखला अपने नाम की थी। अगर हम विदेशों में क्लीन स्वीप की बात करें तो भारत अब तक केवल बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ ही यह करिश्मा कर पाया है लेकिन तब श्रृंखला एक या फिर दो टेस्ट मैचों तक सीमित थी। भारत ने बांग्लादेश को 2000 में एक टेस्ट तथा 2004 और 2010 में दो-दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में हराया था। इस बीच उसने जिम्बाब्वे को उसकी धरती पर दो मैचों में 2-0 से हराया था।