Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 03:16 PM
बिहार में शराबबंदी का फैसला अब धीरे-धीरे अपना सकारात्मक प्रभाव दिखा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, शराबबंदी के बाद से शराब पीकर वाहन चलाने से होने वाली मौतों में भारी मात्रा में कमी पाई गई है।
पटनाः बिहार में शराबबंदी का फैसला अब धीरे-धीरे अपना सकारात्मक प्रभाव दिखा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, शराबबंदी के बाद से शराब पीकर वाहन चलाने से होने वाली मौतों में भारी मात्रा में कमी पाई गई है। 2015 के मुकाबले 2016 में सड़क दुर्घटना और उससे होने वाली मौतों में 60 फीसदी की कमी आई है।
बिहार ऐसे तीन राज्यों में से एक है जिनमें 2016 में शराब पीकर गाड़ी चलाने से मरने वाले लोगों के आंकड़े में कमी आई है। इसके अलावा दो राज्य हैं झारखंड और हरियाणा। इन आंकड़ों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शराबबंदी एक सफल योजना है।
वहीं एक सीनियर पुलिस अधिकारी हरमन सिंह सिद्धु ने शराबबंदी के दूसरे पहलू से वाकिफ कराते हुए बताया कि कई बार दुर्घटना में मरने वाले व्यक्ति के परिवार को बीमा की राशि दिलाने के चक्कर में यह बात छुपाई जाती है कि मृतक नशे में था।