Edited By Pardeep,Updated: 31 Dec, 2019 06:12 AM
लगभग 60,000 करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी एयर इंडिया को जल्द कोई खरीदार नहीं मिला तो एयलाइंस बंद हो जाएगी। एक वरिष्ठ एयरलाइन अधिकारी के मुताबिक एयर इंडिया को अगर अगले साल जून महीने तक कोई खरीदार नहीं मिला तो यह एयलाइंस बंद हो जाएगी। अधिकारी ने बताया...
नई दिल्लीः लगभग 60,000 करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी एयर इंडिया को जल्द कोई खरीदार नहीं मिला तो एयलाइंस बंद हो जाएगी। एक वरिष्ठ एयरलाइन अधिकारी के मुताबिक एयर इंडिया को अगर अगले साल जून महीने तक कोई खरीदार नहीं मिला तो यह एयलाइंस बंद हो जाएगी। अधिकारी ने बताया कि एयरलाइंस को 12 ग्राउंडेड विमानों के संचालन को फिर से शुरू करने के लिए धन की जरूरत है।
अधिकारी ने खतरे की आशंका जाहिर करते हुए बताया कि अगर समय रहते कोई खरीरदार नहीं मिला तो एयर इंडिया का भी वही हाल होगा जो जेट एयरवेज का हुआ था। नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि सरकार अपने निजीकरण प्लानों के चलते कर्ज में डूबी इस एयरलाइंस में निवेश करने से इनकार कर चुकी है। ऐसे में कंपनी मील छोटे-छोटे प्रयासों से टिके रहने की कोशिश कर रही है, लेकिन ऐसे में ज्यादा दिनों तक बने रहने की संभावनाएं नहीं है।
सरकार का कहना है कि वह वित्त वर्ष 2011-12 से इस साल दिसंबर तक एयर इंडिया में 30,520.21 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी है. 2012 में यूपीए शासन द्वारा अनुमोदित टर्नअराउंड योजना के तहत, एयरलाइन को 10 साल की अवधि में 30,000 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया था. अधिकारी ने बताया कि हमने परिचालन आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार से 2,400 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन सरकार ने केवल 500 करोड़ रुपए की गारंटी प्रदान की है।
अधिकारी ने बताया कि "हम किसी तरह से फिलहाल परिचालन को प्रबंधित कर रहे हैं और हम जून तक इस स्थिति को बनाए रख सकते हैं। अगर कोई खरीदार उस समय तक नहीं आता है, तो हमें एयरलाइंस बंद करनी होगी।" साल 2018-19 में, एयर इंडिया का शुद्ध घाटा अनंतिम रूप से 8,556.35 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. इसके अलावा, एयरलाइंस पर कुल 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।