Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Nov, 2019 10:46 AM
दूरसंचार विभाग ने सभी सर्किल के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वह भारती एयरटेल और टाटा टेलीसर्विसेस को अलग-अलग इकाई मानकर काम करे, क्योंकि वह दोनों कंपनियों के विलय को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने जा रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विभाग ने...
नई दिल्लीः दूरसंचार विभाग ने सभी सर्किल के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वह भारती एयरटेल और टाटा टेलीसर्विसेस को अलग-अलग इकाई मानकर काम करे, क्योंकि वह दोनों कंपनियों के विलय को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने जा रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विभाग ने अपने अधिकारियों को कहा है कि वे दोनों कंपनियों के ग्राहक जोड़ने के काम और सभी संबंधित नियमों अनुपालन के मामले में दोनों को अलग-अलग मानकर चलें।
सूत्रों ने कहा, ‘‘विभाग ने छह नवंबर को सभी दूरसंचार सर्किल प्रमुखों को लिखा है कि उसने अब बंद हो चुकी टाटा टेलीसर्विसेस के भारती एयरटेल एवं भारती हेक्साकॉम के साथ विलय को अभी तक मंजूरी नहीं दी है।'' भारती एयरटेल ने एक जुलाई को घोषणा की थी कि टाटा टेलीसर्विसेस अब उसका अंग हो चुकी है।
सूत्रों ने कहा कि विभाग ने अपने संबंधित अधिकारियों को लिखा है कि वह (विलय के) इस मामले में न्यायालय में दो अलग-अलग विशेष अनुमति याचिकाएं दाखिल करने की तैयारी में है। विभाग ने सर्किल प्रमुखों से कहा है कि वे इन दोनों कंपनियों के ग्राहक जोड़ने के कार्यका अलग-अलग ऑडिट करें और उपयोक्ता से जुड़े नियमों के अनुपालन के मुद्दों को भी अलग-अलग देखें।