Edited By Supreet Kaur,Updated: 26 Jul, 2019 01:53 PM
भारत में 5जी नेटवर्क सिर्फ इंटरनेट के लिए ही नही गायों की निगरानी करने के लिए भी इस्तेमाल होगा। देश की पहली 5जी केस लैब में से एक गायों और डेयरी विकास की निगरानी करने के लिए तैयार की जाएगी।
बिजनेस डेस्कः भारत में 5जी नेटवर्क सिर्फ इंटरनेट के लिए ही नही गायों की निगरानी करने के लिए भी इस्तेमाल होगा। देश की पहली 5जी केस लैब में से एक गायों और डेयरी विकास की निगरानी करने के लिए तैयार की जाएगी।
गायों पर लगाए जाएंगे सेंसर
खबरों के मुताबिक इंसानों द्वारा पहनी जाने वाली स्मार्ट वॉच की तरह गायों पर सेंसर लगाए जाएंगे जो उनकी सेहत, उनके खान-पान और प्रजनन पर नजर रखेंगे। इसके जरिए गायों के बारे में डाटा एकत्र किया जा सकेगा और अनुमान लगाया जा सकेगा कि गाय कितना दूध देगी। उच्च स्तर के सरकारी पैनल 5 जी कार्यान्वयन ओवरसाइट समिति ने इस बारे में फैसला दिया है। देश में 5जी के लिए ट्रायल करना और कमर्शियल तौर पर उसे शुरू करने की जिम्मेदारी दूरसंचार विभाग को मिली है। विज्ञान व तकनीकी विभाग और राष्ट्रीय डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के साथ मिलकर दूरसंचार विभाग 5जी के इस्तेमाल के लिए केस लैब तैयार करेगा।
बढ़ेगी किसानों की आय
5जी तकनीक से पशुपालक किसानों की आय बढ़ सकती है। 5जी स्पेक्ट्रम के जरिए डाटा भेजने में रुकावट भी नहीं आएगी। यानी किसान रियल-टाइम बेसिस पर बड़ी मात्रा में डाटा का ट्रांसफर कर सकेंगे। साथ ही कैमरा से पशुओं पर नजर रख सकेंगे। इस तकनीक के जरिए दूध के उत्पादन से लेकर पेमेंट तक सब कुछ एक ही स्थान पर हो सकेगा। बड़े को-ऑपरेटिव और कंपनियां इस नेटवर्क की मदद से दूध का स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन और डिस्ट्रीब्यूशन का ट्रैक रख सकेंगी।