Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Nov, 2018 02:24 PM
कई वर्षों के बाद भारत की निजी एयरलाइंस चीन के मुख्य भूभाग तक अपनी उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही हैं। विमानन उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है
नई दिल्लीः कई वर्षों के बाद भारत की निजी एयरलाइंस चीन के मुख्य भूभाग तक अपनी उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही हैं। विमानन उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि स्पाइसजेट और इंडिगो जैसी किफायती सेवा वाली एयरलाइंस ग्वांगचाऊ और कुनमिंग शहरों के लिए उड़ानें शुरू करने की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी हुई हैं।
सूत्रों के मुताबिक स्पाइसजेट दिल्ली और ग्वांगचाऊ के बीच हफ्ते में तीन उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है जबकि इंडिगो की कुनमिंग और ग्वांगचाऊ के बीच उड़ान शुरू करने की योजना है। चीन के युनान प्रांत के सबसे बड़े शहर कुनमिंग में हाल ही में आयोजित एक सम्मेलन में इन दोनों एयरलाइंस के प्रतिनिधि पहुंचे थे और उन्होंने वहां के एयरपोर्ट ऑपरेटरों के साथ इस बारे में चर्चा भी की।
एयर इंडिया को छोड़कर भारत की किसी भी एयरलाइन की चीन के विमानन बाजार में मौजूदगी नहीं है। एयर इंडिया भी हफ्ते में पांच दिन शंघाई के लिए उड़ानें संचालित करती है। हालांकि जेट एयरवेज ने वर्ष 2008 में मुंबई से शंघाई के लिए एक उड़ान शुरू की थी लेकिन कुछ महीनों के बाद ही 2009 में उसे बंद कर दिया था। जहां तक स्पाइसजेट का सवाल है तो यह चीनी आसमान में दोबारा उपस्थिति दर्ज कराने का मामला होगा।
स्पाइसजेट ने वर्ष 2014 में अपने आर्थिक संकट के समय ग्वांगचाऊ की उड़ान बंद कर दी थी। स्पाइसजेट के एक अधिकारी ने कहा, 'हमारी एयरलाइन बहुत जल्द ग्वांगचाऊ में लौटेगी। दिल्ली और ग्वांगचाऊ के बीच उड़ानें शुरू की जाएंगी।' इंडिगो के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विली बोल्टर भी चीनी बाजार को लेकर महत्त्वाकांक्षी रुख दिखा चुके हैं। बोल्टर कहते हैं, 'इंडिगो चीन के शहरों तक उड़ानें संचालित करने की संभावनाओं पर गौर कर रही है। उनमें कुनमिंग शहर का नाम भी शामिल है।' भारत और चीन के बीच बढ़ते व्यापार घाटे की ही तरह एयरलाइन कारोबार में भी चीन के मुकाबले भारत पिछड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति में भारतीय विमानन कंपनियां चीन में कारोबार बढ़ाने की संभावनाओं पर गौर कर रही हैं।