Edited By bhavita joshi,Updated: 20 Feb, 2019 11:44 AM
चंडीगढ़ में रहने वाली चीन मूल की बुजुर्ग महिला जैनीली 30 साल से भारत में रह रही हैं।
चंडीगढ़(सुशील): चंडीगढ़ में रहने वाली चीन मूल की बुजुर्ग महिला जैनीली 30 साल से भारत में रह रही हैं। यहां की नागरिकता हासिल कर ली है। भारत की सभ्यता और भाषा में रंग चुकी हैं। इतना सब होने के बाद भी उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। वह सैक्टर-35 में अपने घर में अकेली रहती हैं। उनके पति की मौत हो चुकी है और बच्चे विदेश में सैटल हैं।
इन्हीं परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए पंजाब कांग्रेस के एक नेता ने उनके मकान पर कब्जा करने की साजिश रची। पंजाब के मुख्यमंत्री से लेकर प्राइम मिनिस्टर आफिस तक वह मदद की गुहार लगा चुकी हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिसके खिलाफ वह शिकायत कर रही हैं, वह कांग्रेस का प्रभावशाली व्यक्ति है। इन सबसे उसकी मानसिकता पर न केवल भारत जैसे मुल्क की छवि खराब हुई बल्कि यहां की भ्रष्ट व्यवस्था की पोल भी खुली है।
यह आरोप लगाए
सैक्टर-35 निवासी जैनीली ने कोठी का सेकैंड फ्लोर हड़पने वाले विश्वजीत सिंह, उनके पिता पंजाब के कांग्रेसी नेता गुरविंदर सिंह, गवाह करण सिंह व गगनदीप सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराने के लिए 7 जुलाई, 2018 को पब्लिक विंडो पर शिकायत दी थी। जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई। जैनीली ने आरोप लगाया कि वर्ष 2013 को उन्होंने कोठी का सेकैंड फ्लोर विश्वजीत सिंह को किराए पर दिया था। 2014 में एग्रीमैंट दोबारा रिन्यू करवा दिया गया। जैनीली ने आरोप लगाया कि इसके बाद विश्वजीत सिंह ने किराया देना बंद कर दिया।
वर्ष 2018 में जब वह कोठी की छत पर सोलर पैनल लगवाने के लिए जाने लगी तो ताला लगा मिला। उन्होंने विश्वजीत सिंह से ताला खोलने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मामला अभी पुलिस के पास है। विश्वजीत सिंह और उसके पिता कांग्रेसी नेता गुरविंदर सिंह ने उसे एक सेल एग्रीमैंट दिखाया। इसमें कहा गया कि जैनीली ने सेकैंड फ्लोर उन्हें 25 अक्तूबर, 2016 को एक करोड़ रुपए में बेच दिया। इसके लिए उन्होंने 28 लाख रुपए बयाना जैनीली को देने की बात कही है। जैनीली एग्रीमैंट देखकर हैरान हो गई। उन्होंने ऐसा एग्रीमैंट कभी किया ही नहीं था।
बार-बार टाल रही है पुलिस
जैनीली ने आरोप लगाया कि सीनियर सिटीजन और अकेली होने का फायदा उठाकर कांग्रेसी नेता के बेटे विश्वजीत ने फर्जी साइन कर सेल डीड चंडीगढ़ में तैयार करवाई है। आर्थिक अपराध शाखा में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए वह कई बार गई लेकिन जांच अधिकारी यह कहकर वापस भेज देते हैं कि अभी हैंडराइटिंग की सी.एफ.एस.एल. रिपोर्ट नहीं आई है। पुलिस ने जैनीली के हस्ताक्षर और मकान बेचने के एग्रीमैंट की कॉपी कॉपी सी.एफ.एस.एल. जांच के लिए भेजी है। वहीं, जांच अधिकारी का कहना है कि हस्ताक्षरों की रिपोर्ट मंगाने के लिए कई बार सी.एफ.एस.एल. को रिमाइंडर भेज चुके हैं। अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस कार्रवाई करेगी।
मेरे जरूरी कागजात चुराए
महिला का आरोप है कि उसके कागजात चुरा कर इस कांग्रेसी नेता व उसके बेटे ने न केवल उसके नाम से फर्जी कागजात तैयार कराए बल्कि इसमें यहां तक लिखवा दिया कि उसने मकान बेच दिया है और इसकी ऐवज में 28 लाख बतौर बयाना भी ले लिए हैं। एस.एस.पी. नीलांबरी जगदले से वह मिली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज करने की बजाय मामले की पहले जांच करने की बात कह रही है। अब परेशान होकर जैनीली ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और चीनी दूतावास में अपनी समस्या बताने का मन बनाया है।
पी.एम.ओ. से मिला था आश्वासन
जैनीली ने बताया कि 22 जनवरी, 2018 को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को शिकायत की थी। उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन मिला लेकिन हुआ कुछ नहीं। इसके बाद 12 फरवरी, 2018 को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इंसाफ मांगा। वहां से पंजाब के चीफ सेक्रैटरी को कार्रवाई करने आदेश दिया गया था लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ।
बोलीं, भारत की नागरिकता लेकर कर ली गलती
दुनिया में अतिथि देवो भव: की मिसाल पेश करने वाले भारत में ऐसी नाइंसाफी होना बेहद शर्म की बात है। वह भी ऐसे शहर में जहां का प्रशासन और पुलिस अपनी पीठ थपथपाते नहीं थकते। चाइनीज मूल की यह महिला 30 साल से चंडीगढ़ में रह रही हैं। सैक्टर-17 में उनका जूतों का शोरूम भी है। भारत उनके दिलोदिमाग में ऐसा बसा कि उन्होंने यहीं बसने का फैसला कर लिया। भारत की नागरिकता भी ले ली। लेकिन उन्हें क्या पता था कि इसका ऐसा अंजाम भी कभी भुगतना पड़ेगा। उसकी जिंदगी भर की कमाई को कोई हड़पने की साजिश रचेगा।
हमें बदनाम कर रही है महिला: विश्वजीत
आरोप झेल रहे विश्वजीत सिंह ने कहा कि उक्त महिला उन्हें व उनके पिता को बदनाम कर रही है। उनके पास मकान की टॉप फ्लोर के सौदे व 28 लाख बयाना देने के सारे सबूत हैं। हमने महिला के खिलाफ पुलिस व कोर्ट में केस किया हुआ है। महिला ने मुझे पिटवाने के लिए हरियाणा से गुंडे बुलाए थे। मेरी किस्मत अच्छी थी कि मैं उस वक्त घर पर नहीं था। तब से मुझे धमकियां भी मिल रही हैं। इसकी शिकायत भी पुलिस को दे रखी है।